UP में 8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने पर भड़के अखिलेश यादव, CM Yogi से कह दी बड़ी बात.

प्रदेश में नाम बदले जाने का सिलसिला एक बार फिर चर्चाओं का केंद्र बन चूका है। जिसके तहत अब योगी सरकार ने आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के सामने आते ही विपक्ष CM Yogi पर हमलावर हो गया है।मंगलवार यानी 27 अगस्त को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले पर Yogi सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि भाजपा सरकार रेलवे स्टेशनों के सिर्फ नाम नहीं, हालात भी बदलें।
सपा प्रमुख अखिलेश ने कसा तंज
दरअसल, सपा प्रमुख ने ऐसा बोल कर Yogi सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, भाजपा सरकार से आग्रह है कि रेलवे स्टेशनों के सिर्फ़ 'नाम' नहीं, हालात भी बदलें। … और जब नाम बदलने से फ़ुरसत मिल जाएं तो रिकार्ड कायम करते रेल-एक्सीडेंट्स के हादसों के रोकथाम के लिए भी कुछ समय निकालकर विचार करें।
इन 8 स्टेशनों के बदले गए नाम
बता दें, यूपी में Yogi सरकार के तरफ से स्टेशनों के नाम बदलकर उन्हें जिले की धार्मिक पहचान और महापुरुषों के तर्ज पर रखा है। बदले गए नामों वाले स्टेशनों में जायस स्टेशन का नाम बदलकर गुरु गोरखनाथ धाम, अकबरगंज स्टेशन का नाम नाम बदलकर अब मां अहोरवा भवानी धाम, फुरसतगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर तपेश्वर धाम, वारिसगंज हाल्ट स्टेशन का नाम नाम बदलकर अमर शहीद भाले सुल्तान, निहालगढ़ स्टेशन का नाम बदलकर अब महाराजा बिजली पासी स्टेशन, बनी रेलवे स्टेशन का नाम स्वामी परमहंस स्टेशन, मिसरौली स्टेशन का नाम बदलकर मां कालिकान धाम किया और कासिमपुर हाल्ट स्टेशन का नाम बदलकर जायस सिटी कर दिया गया है।
पूर्व सांसद की पहल पर बदले गए नाम
अमेठी जिले के इन रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने के पीछे पूर्व केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद रहीं स्मृति ईरानी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है। दरअसल, स्मृति ईरानी ने ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र भेज कर इसका अनुरोध किया था
जिसके बाद इन आठों रेलवे स्टेशनों का नाम यहां के स्थानीय पौराणिक स्थलों एवं महापुरुषों के नाम पर रखे जाने की पहल उत्तर रेलवे के तरफ से की गई थी।
स्टेशनों के नाम में क्यों होता है बदलाव
देखा जाए तो देश में अक्सर रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की मांग उठती रही है। जिसके लिए कई अलग-अलग कारण भी दिए जाते हैं। ऐसे में जिन 8 स्टेशनों के नाम बदले गए हैं, वो उनकी सांस्कृतिक पहचान और विरासत को संरक्षित करने की मांग के बाद किया गया है। जैसे प्रमुख गुरु गोरखनाथ धाम आश्रम जायस रेलवे स्टेशन के पास है इसलिए ये प्रस्ताव रखा गया कि यहां के स्टेशन का नाम बदलकर आश्रम के नाम पर रखा जाए। वहीं, अकबरगंज और फुरसतगंज रेलवे स्टेशनों के पास भगवान शिव और देवी काली के कई मंदिर मौजूद हैं, इसलिए उनका नाम बदलकर मां कालीकरण धाम, स्वामी परमहंस, मां अहोरवा भवानी धाम और तपेश्वरनाथ धाम रेलवे स्टेशन रखा गया है।



