CM योगी ने रेशम कृषि मेले का किया शुभारंभ, प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने पर करना होगा फोकस

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज रामनवमी पर गोरखपुर में रेशम कृषि मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिना भेदभाव के विकास किया जा रहा है, अलग-अलग क्षेत्र में अलग अलग संभावनाएं है, देश का 20% खाद्यान्न उत्पादन यूपी में है। उन्होने कहा कि प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने पर फोकस करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कितना बड़ा मार्केट आपके लिए खड़ा है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत संकल्प के साथ जुड़ना है और उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके उद्देश्य पर एक जिला एक उत्पाद की जो अपनी योजना प्रारंभ की है उस योजना को सफलता पूर्वक आगे बढ़ा करके अपने किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाना इस सरकार का है और उसके माध्यम से प्रदेश को समृद्धशाली बनाना देश की अर्थव्यवस्था का अग्रणी राज्य बनाने की सामने प्रयास करना यह सरकार उसी दिशा में प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रइवेट जोन के रूप ही प्रदेश के अंदर हमें रेशम उत्पादन के उन क्षेत्रों को चिन्हित करना पड़ेगा और इसके लिए सरकार ने इस दिशा में अच्छे प्रयास किए अलग अलग जनपदों के इसके लिए चिन्हित किया जो मैंने आपको बताया कि नौ climatic zone Uttar Pradesh में अगर climatic zone के अनुरूप हम देखेंगे तो रेशम उत्पादन के लिए सबसे उपयुक्त भूमि है Nepal से सटी हुई तराई की भूमि जैसे यहाँ बताया गया कि साठ टन केवल रेशम का उत्पादन गोरखपुर मंडल में होता है और ये तो अभी एक सामान्य प्रथम स्टेज का है। यहाँ का किसान तय करेगा तो अकेले गोरखपुर मंडल में छह सौ टन उत्पन्न किया जा सकता है छह सौ टन और मैं यहाँ के किसानों को आह्वान करूंगा वे अपनी सामर्थ्य को पहचाने और इससे होने वाली अपनी आमदनी की माध्यम से कई गुणा आमदनी की दिशा में आगे बढ़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वाराणसी रेशम के विश्व विख्यात है। आजमगढ़ में मुबारकपुर यहाँ पर रेशम का बहुत अच्छा कार्य होता है। मऊ के अंदर होता है। गोरखपुर में होता हैंडलूम और पॉवर रूम के लिए केंद्र गोरखपुर में है। बगल में खल्लाबा और अंबेडकर नगर में है मेरठ के अंदर आपके लखनऊ में है मेरठ है अलग-अलग जगहों पर इसके cluster बने हुए हैं ये आपके लिए मार्केट है बाजार के लिए आपको कहीं दुनिया के अंदर नहीं जाना है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर ही गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, खल्लाबा, अंबेडकर नगर, लखनऊ मेरठ और भी अन्य जगह आपके लिए मार्केट के लिए पहले से तैयार है और भदोही में कार्पेट का काम हो रहा है उसमें भी इसका उपयोग होता है अलग-अलग जगहों पर हम इसका उपयोग कर सकते है और इसका उत्पादन बढ़ा करके हम दुनिया से आने वाले रेशम को खास तौर पर चीन से आने वाले रेशम को रोक सकते है।



