Raibareli-लोहर बढईया बिरादरी के प्रतिनिधि मंडल ने मंडलायुक्त को बताई समस्याएं।

Raibareli-लोहर बढईया बिरादरी के प्रतिनिधि मंडल ने मंडलायुक्त को बताई समस्याएं।

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रिपोर्ट-शिवम त्रिवेदी
मो:8423408484




सामाजिक संगठन विश्वदलित परिषद उ0प्र0 के अध्यक्ष राजेश कुरील एवं लोहर बढईया बिरादरी के नेता नगीना के नेतृत्व में शहर में 80 वर्षों से पीढी दर पीढी रह रहे लोहर बढईया बिरादरी के लोग रायबरेली शहर के कैनाल रोड़, शहजादे साहब कोठी, चक दौलता बाद कानपुर रोड, सिविल लाईन, रतापुर, मुंशीगंज, खसपरी, के अन्य चौराहों पर पटरी किनारे जुग्गी झोपडी बना कर लोहा पीट कर कारोबार कर अपना जीवन यापन करने वाले लगभग 50 बेघर भूमिहीनों को रहने के लिए आवास एवं कारोबार करने हेतु शहर के अन्तर्गत किसी भी सरकारी नजूल जमीन पर भूमि आवंटन कर बस्ती बसाये जाने की मांग का मांग पत्र रायबरेली बचत भवन के पास सांकेतिक धरना प्रदर्शन के माध्यम से जनपद में जनता दर्शन में जनसुनवाई करने आयी लखनऊ मण्डल की श्रीमान् मण्डलायुक्त महोदय से मिलकर सौंपा ज्ञापन परिषद के अध्यक्ष राजेश कुरील नें कहा कि रायबरेली शहर में देश आजाद होने के पहले से ही लोहर बढईया बिरादरी घुमंतू समुदाय के लोग लोहा पीट कर जन रोजगार करने आये शासन व जिला प्रशासन द्वारा इन लोगों का वोटर कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड बना कर यहां की नागरिता भी प्रदान किया है यह लोग वर्षों से शहर के कैनाल रोड़, शहजादे साहब कोठी, चक दौलता बाद कानपुर रोड, सिविल लाईन, रतापुर, मुंशीगंज, खसपरी, के अन्य चौराहों पर पटरी किनारे झोपडी डाल कर व तम्बू के नीचे लोहा पीटकर अपना जीवन यापन कर रहे है। भूमिहीन होने के कारण इन समुदाय के लोगों को अपना कारोबार व स्थायी निवास करने हेतु शासन व जिला प्रशासन नें अभी तक इन लोगों को नगरीय क्षेत्र के किनारे कहीं भी जमीन का आवंटन नहीं किया है और न ही इनकी बस्ती बसायी गयी है जब भी शहर में जिला प्रशासन के द्वारा अवैध कब्जेदारों को लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है तो इन भूमिहीन लोहर बढईया बिरादरी की झोपडी व तम्बू को उखाड फेंक दिया जाता है और इन्हें खुले आसमान के नीचे दुध मुहें छोटे-छोटे बच्चों के साथ सपरिवार शर्दी, गर्मी, बरसात में कई-कई दिनों तक खुले आसमान के नीचे रहना पडता है और साथ में ही लोहा पीटकर कारोबार में भी बाधा उत्पन्न होती है करोना महामारी के पहले व बाद में भी जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चला कर इन लोगों को अस्थायी तौर पर सिविल लाइन पुल के नीचे एवं कांशीराम कालोनी में बसाया था किन्तु जिला प्रशासन द्वारा इन लोगों को कोई सुरक्षा व्यवस्था व सामाजिक जीवन यापन करने हेतु रोजगार की मूल भूत व्यवस्था न दिये जाने से इन सबको बडी समस्याओं का सामना करना पड रहा है। उक्त समस्याओं का निस्तारण और भूमि आवंटन कर बस्ती बसाये जाने की मांग को लेकर कई बार प्रधानमंत्री महोदय, मुख्यमंत्री महोदय, राज्यपाल महोदय, जिलाधिकारी महोदय को अपना मांग-पत्र सौंपा किन्तु शासन व जिला प्रशासन नें इन लोगों को अभी तक कोई भूमि आवंटन नहीं किया है। उक्त समस्याओं को लेकर आज दिनांक 18.07.2023 को विश्वदलित परिषद के पदाधिकारीगण और लोहर बढईया बिरादरी के लोगों नें सांकेतिक धरना प्रदर्शन के माध्यम से स्थायी भूमि आवंटन किये जाने का मांग पत्र जनता दर्शन में जनसुनवाई करने आयी लखनऊ मण्डल की मण्डलायुक्त महोदय को अपना मांग-पत्र ज्ञापन सौंपा मण्डलायुक्त महोदय नें आश्वासन दिया कि इन लोगों को जल्द से जल्द स्थायी निवास व करोबार करने हेतु भूमि आवंटन कराके शहर किनारे किसी भी आबादी की भूमि पर बस्ती बसा दी जायेगी आश्वासन से धरना समाप्त हुआ। धरने में मुख्य रूप से राम निवास गौतम, उमेश उर्फ गोलू, ज्योति उर्फ नगीना, रिंकू, गुलाब, मीना, अर्चना, रेनू देवी, पूजा, बीनू, सुरेश, सज्जन, बजरंग, क्रांति, सुनीता, जितेन्द्र, पप्पू, दीवान, पिंकी, काजल, प्रीती, कमलेश, आरती आदि दर्जनों लोहर बढईया बिरादरी के लोग शामिल हुये।