ज्योति का चल रहा अफेयर', एक ऑडियो कॉल और पवन सिंह ने तोड़ दिया पत्नी से रिश्ता

भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह अपनी पत्नी ज्योति सिंह संग जंग लड़ रहे हैं. दोनों का पारिवारिक कलह अब देशभर में सुर्खियां बटोर रहा है. ज्योति सिंह और पवन सिंह लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
8 अक्टूबर को पवन और ज्योति ने अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना पक्ष रखा. इस दौरान ज्योति सिंह ने पवन पर उनका गर्भपात करवाने, शादी के बाद अक्षरा सिंह से अफेयर और चुनाव के लिए सिंदूर से मांग भरकर उनका इस्तेमाल करने जैसे आरोप लगाए.
कैसे बिगड़ा था ज्योति-पवन का रिश्ता?
ज्योति सिंह से पूछा गया कि उनके और पवन सिंह के बीच दरार आने की क्या वजह थी. उन्होंने कहा, 'इस बात का जवाब मैं भी चाह रही हूं. पवन जी से संपर्क करने की कोशिश लगातार मैं भी कर रही हूं कि एक वजह हमें भी बता दीजिए कि हमारी गलती कहां रही है.'
ज्योति ने आगे बताया, 'हम लोग लगभग डेढ़ से दो साल साथ में रहे हैं. वो हमारे साथ रहते थे और दवा हमें खिलाते थे, जिसका विरोध हम करते थे कि ये ऐसा नहीं होगा. मैं आपकी पत्नी हूं, कब तक मुझे जबरदस्ती दवा खिलाते रहेंगे. मेरे शरीर पर भी दवा का गलत असर हो रहा है. मैंने पहले भी इंटरव्यू में बोला है कि किसी के द्वारा पवन जी के फोन में मैसेज भेजा गया था कि ज्योति सिंह का इनसे संबंध है, उनसे संबंध है. बस उस एक ऑडियो की वजह से ज्योति सिंह यहां पर खड़ी है.'
उन्होंने कहा, 'वो गलतफहमी है, जिसे आजतक पवन जी ने क्लियर करने की कोशिश नहीं की. मैं लगातार उनसे मिलने के लिए भीख मांगती रही. बात करने के लिए भीख मांगती रही. लेकिन वो कभी मेरे सामने बैठने के लिए तैयार ही नहीं हुए.'
गर्भपात करवाने का लगाया आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति सिंह ने पवन सिंह के बच्चा न पाने और रोने-धोने को लेकर बात की. उन्होंने बताया कि पवन उन्हें गर्भपात की दवाई खिलाते थे. उन्होंने कहा, 'वो कह रहे हैं कि बच्चे के लिए वो तरस गए हैं, तो जो इंसान बच्चे के लिए तरसता है, वो दवा नहीं खिलाता है अपनी पत्नी को. मुझे हर बार दवा खिलाई गई और बहुत सारी चीजें मैंने आज भी मीडिया में नहीं रखी थी लेकिन आज पवन जी ने मुझे मजबूर कर दिया है. मैं पवन जी को बदनाम नहीं कर रही हूं, मैं बस अपना पक्ष रख रही हूं. खुद के बारे में जो चीजें हैं, वो मैं आज मीडिया में रख रही हूं.'
उन्होंने आगे कहा, 'पवन जी द्वारा जब मुझे दवा खिलाई जाती थी. उसके खिलाफ जब मैं बोलती थी तो मुझे इतना टॉर्चर किया था कि मैंने स्लीपिंग पिल्स यानी नींद की गोलियां खा ली थीं. 25 नींद की गोलियां मैंने खा ली थी, 2 बजे रात को. उस समय उनके भैया रानु भैया जी थे, उनकी टीम से दीपक भैया थे, विक्की जी थे. ये मुझे उठाकर अस्पताल लेकर गए थे. Bellevue Multispeciality Hospital, मुंबई के अंधेरी में ये अस्पताल है, वहां मुझे लेकर गए थे. वहां पर मेरा इलाज हुआ.'

