Raibareli-रायबरेली में मनमाने हुए सचिव 44 ग्राम पंचायतों में मनमानी हुई उजागर
रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824
रायबरेली-स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों को मॉडल बनाने के लिए पिछले साल मिले पांच करोड़ रुपये खातों में डंप हैं। 44 ग्राम पंचायतों में मनमानी उजागर होने पर मंगलवार को जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) ने 34 पंचायत सचिवों का अगस्त माह का वेतन रोक दिया।
वहीं नोटिस जारी कर 10 दिन में शत प्रतिशत धनराशि खर्च करने का आदेश दिया है। ऐसा न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
अमावां ब्लॉक के घूराडीह, सरवन, जतुआ टप्पे बिझवन, आदमपुर, रसेहता, हरियावां, मर्दानपुर, मैनूपुर, छतोह ब्लॉक के डीघा, पदुमपुर, जगतपुर ब्लॉक के सिंहापुर भटौली, रामगढ़ टिकरिया, लालगंज ब्लॉक के सोंडासी, नुनेरा, रणगांव, मुस्तफाबाद बेलहनी, महराजगंज ब्लॉक के तौली, अलीपुर, सलोन ब्लॉक के कटेह समेत 44 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2023-24 में मिला बजट अब तक खर्च नहीं किया गया। 31 मार्च 2024 तक धनराशि खर्च कर गांवों को मॉडल बनाना था पर अब तक काम ही शुरू नहीं हुआ।
डीपीआरओ ने मंगलवार को 44 ग्राम पंचायतों में तैनात 34 पंचायत सचिवों का अगस्त का वेतन रोक दिया। सभी को 10 दिन का अल्टीमेटम देकर शत प्रतिशत धनराशि खर्च न करने पर अग्रिम कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
डीपीआरओ सौम्य शील सिंह ने बताया कि तमाम प्रयासों के बाद भी 44 ग्राम पंचायतों में करीब पांच करोड़ रुपये स्वच्छ भारत मिशन के डंप हैं। 34 पंचायत सचिवों का वेतन रोक दिया गया है। बजट खर्च न करने पर विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू होगी।



