भागवत कथा विवाद में महिला का आरोप, बोली- बदसलूकी नहीं, मेरे साथ हुई अश्लील हरकत
इटावा जिले के दांदरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान यादव कथावाचकों से हुई मारपीट का मामला अब और पेचीदा हो गया है। वायरल वीडियो में पैर छूते दिख रहे कथावाचकों में से एक पर अब छेड़खानी का आरोप लग गया है।
महिला रेनू तिवारी ने कथावाचक मुकुट मणि यादव पर शारीरिक छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है। मामला जातीय और धार्मिक भावनाओं को भी छूने लगा है, जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
रेनू तिवारी ने अपने पति जयप्रकाश तिवारी के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव के खिलाफ छेड़छाड़ और धमकी का मामला दर्ज कराने की मांग की। महिला का कहना है कि वह कथा के दौरान सेवा कर रही थीं, तभी कथावाचक ने उनकी उंगली पकड़कर अशोभनीय हरकत की। इसी के बाद वहां हंगामा हुआ और कथावाचकों से हाथापाई की गई, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।
कथावाचकों पर लगाए गंभीर आरोप
रेनू तिवारी, जो हरिद्वार में रहती हैं, इस कथा के लिए गांव आई थीं। उन्होंने बताया कि उनके विरोध के बाद कथावाचकों ने राजनीतिक संबंधों की धमकी दी और कहा कि “घर से उठवा लेंगे।” पति जयप्रकाश तिवारी ने भी यही बात दोहराई और कहा कि आरोपी खुद को यादव बिरादरी का बताते हुए दबाव बनाने लगे। साथ ही उन्होंने यह भी माना कि कथावाचकों के साथ जो मारपीट हुई, वह अनुचित थी और ऐसा नहीं होना चाहिए था।
पुलिस जांच में जुटी, समाज में बढ़ा तनाव
एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि महिला की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। मामले की जांच चल रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उधर, ब्राह्मण समाज के लोग बड़ी संख्या में पीड़िता के समर्थन में एसपी ऑफिस पहुंचे और कथावाचकों की गिरफ्तारी की मांग की। इटावा की इस घटना ने धार्मिक आयोजनों की मर्यादा और कथावाचकों की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले की निष्पक्ष जांच और संवेदनशीलता से निपटारा जरूरी है, ताकि न केवल न्याय हो, बल्कि सामाजिक सद्भाव भी बना रहे। सोशल मीडिया पर यह केस तीव्रता से वायरल है और जातीय-सामाजिक संतुलन पर असर डाल सकता है।



