Raibareli-शिक्षकों की मांगों पर गौर नहीं कर रही बीईओ सतांव, डीपीए करेगा धरना

Raibareli-शिक्षकों की मांगों पर गौर नहीं कर रही बीईओ सतांव, डीपीए करेगा धरना

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

27 अप्रैल को डीपीए की तरफ से दिए गए ज्ञापन पर बीईओ ने नहीं किया कोई विचार


सीसीएल देने में शिक्षिकाओं का बीईओ की तरफ से किया जा रहा शोषण

12 अगस्त को बीईओ कार्यालय में देगा सांकेतिक धरना, नहीं सुनी गई बात तो बीएसए कार्यालय में होगा प्रदर्शन


रायबरेली-खण्ड शिक्षा अधिकारी सतांव की तरफ से शिक्षकों की मांगों और समस्याओं पर बिल्कुल ही ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शिक्षकों की समस्याओं पर बिल्कुल ही ध्यान न दिए जाने और सीसीएल में किए जा रहे शोषण से नाराज होकर डीपीए ने एक बार फिर से डीएम और बीएसए को ज्ञापन देकर सतांव बीईओ की तरफ से की जा रही मनमानी से अवगत कराया है। बीईओ किस तरह से शिक्षकों का मानसिक और आर्थिक शोषण कर रही है, उससे अवगत कराया है। 

दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक शिक्षक एसोसिएशन सतांव शाखा के ब्लॉक अध्यक्ष शीलभद्र शेखर ने बताया कि 27 अप्रैल 2024 को एक ज्ञापन खण्ड शिक्षा अधिकरी को दिया गया था जिस पर उनके द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नहीं बैठती है यदि किसी शिक्षक को कोई समस्या होती हैऔर वह कार्यालय में नहीं होती है और सम्बंधित शिक्षक द्वारा फोन किया जाता है तो वो फोन नहीं उठाती है। जब कोई शिक्षक या शिक्षिका अवकाश हेतु आनलाईन आवेदन करता है तो उसका समयान्तर्गत निस्तारण न करके अपने कार्यालय स्टाफ द्वारा फोन करवाकर सम्बंधित शिक्षिका को कार्यालय बुलाकर उत्पीड़न किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसकी पुष्टि के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी की आईडी की जॉच कराये जाने की आवश्यकता है। 

मंत्री मुनीश कुमार ने बताया कि बीएसए के स्तर पर किसी भी शिक्षिका का आवेदन 24 घंटे से ज्यादा पेन्डिंग नहीं रहता है। बल्कि उसका तत्काल निस्तारण होता है। लेकिन बीईओ कार्यालय के स्तर आवेदन की पेन्डेन्सी कई दिनों तक पड़ी रहती है। इसी तरह से शिक्षक समस्याओं हेतु संगठन के पदाधिकारियों द्वारा यदि समय मॉगा जाता है तो कहा जाता है कि कार्यालय समय के बाद मेरा निजी समय है। वहीं, विद्यालय अवधि में हम लोग बिल्कुल ही बाहर नहीं निकल सकते हैं। उन्होंने बताया कि निपुण भारत अभियान की सफलता के लिए सभी जगहों ओर समय-समय पर बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन सत्र 2024-25 में आजतक बीईओ व प्रधानाध्यापक बैठक का आयोजन नहीं किया गया है। 

संगठन मंत्री प्रदीप सिंह ने बताया कि अभी हाल में ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुलाई गई बैठक में खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा बिना किसी विभागीय चर्चा के अपने रजिस्टर पर भी हस्ताक्षर करवाकर बैठकों की खानापूर्ति की है। मार्च में भी अध्यक्ष एस एम सी व प्रधानाध्यापकों की कार्यशालामें बिना सभी की उपस्थिति के हस्ताक्षर बनाकर फर्जीवाड़ा किया गया है। इसकी भी जांच कराये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम लोगों की मांग को पूरा नहीं किया गया तो फिर   ब्लॉक संसाधन केन्द्र सतॉव के कार्यालय पर 12 अगस्त से एक दिन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा।