विश्व कप क्रिकेट की विजेता टीम के सदस्य रहे आरपी सिंह बीसीसीआई की सीनियर सलेक्शन कमेटी में शामिल

विश्व कप क्रिकेट की विजेता टीम के सदस्य रहे आरपी सिंह बीसीसीआई की सीनियर सलेक्शन कमेटी में शामिल

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उत्तर प्रदेश के आरपी सिंह को सीनियर सेलेक्शन कमेटी शामिल किया है। आरपी सिंह का जन्म 6 दिसंबर 1985 को रायबरेली में हुआ था।

वह मूलत: बाराबंकी जिले के निवासी हैं।

बीसीसीआई के मुख्यालय मुंबई में रविवार को हुई बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में आरपी सिंह के साथ प्रज्ञान ओझा को भी चयन समिति में जगह मिली है। इससे पहले आरपी सिंह बीसीसीआई की उस समिति में थे, जो सेलेक्टर्स का चयन करती है। अजीत अगरकर वाली सीनियर मेंस सेलेक्शन कमेटी में शामिल भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह के अनुभव को बोर्ड को लाभ मिलने की पूरी संभावना है।

सुब्रत बनर्जी का स्थान लिया

आरपी सिंह ने मध्य क्षेत्र के सुब्रत बनर्जी और प्रज्ञान ने दक्षिण क्षेत्र के एस शरथ का स्थान लिया है। शरथ को जूनियर सेलेक्शन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है जबकि बनर्जी का कार्यकाल खत्म हो गया था। शरथ को जूनियर से सीनियर सेलेक्शन कमेटी में शामिल किया गया था और अब उनको जूनियर सेलेक्शन कमेटी का मुखिया बनाया गया है।

'रायबरेली एक्सप्रेस' के नाम से विख्यात

'रायबरेली एक्सप्रेस' के नाम से विख्यात रुद्र प्रताप सिंह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज है। अपनी बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी से क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अलग पहचान बनाने वाले आरपी सिंह वर्ष 2007 में टी-20 क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे और फाइनल में तीन विकेट लेकर पाकिस्तान की कमर तोड़ दी थी।

घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य क्षेत्र से खेले आरपी सिंह रणजी ट्राफी में खिताब जीतने वाली गुजरात टीम के भी सदस्य थे। 2016-17 में जब पार्थिव पटेल की कप्तानी में गुजरात ने रणजी ट्रॉफी जीती थी तब आरपी सिंह इस टीम में थे। बाएं हाथ के गेंदबाज ने भारत के लिए 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। तीनों फॉर्मेंट में मिलाकर उन्होंने कुल 124 विकेट अपने नाम किए हैं।

महेंद्र सिंह धौनी ने भी जमकर सराहा

टीम इंडिया को 2007 के टी20 वर्ल्ड कप का खिताब दिलाने में मुख्य भूमिका में रहे रुद्र प्रताप के योगदान को कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने भी जमकर सराहा था। आरपी सिंह ने भारत के लिए 14 टेस्ट मैचों में 40 विकेट, 58 वनडे मैचों में 69 विकेट और दस टी20 मैचों में 15 विकेट झटके हैं। गेंद को बेहतरीन स्विंग कराने के साथ कंट्रोल में रखने वाले रुद्र प्रताप ने 2007 टी-20 विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ तीन विकेट झटके थे। इस विश्व कप के छह मैच में उनको 12 विकेट मिले थे।

टेस्ट के साथ एकदिवसीय और टी-20 क्रिकेट में अपनी बाएं हाथ की धारदार गेंदबाजी से टीम इंडिया की अनेक जीत में अहम योगदान करने वाले आरपी सिंह अब मध्य क्षेत्र के क्रिकेटरों को टीम इंडिया में स्थान दिलाने की भूमिका में रहेंगे। माना जा रहा है कि आरपी सिंह के कार्य संभालने के बाद मध्य क्षेत्र के युवा खिलाड़ियों को न्यायपूर्ण और पारदर्शी चयन का फायदा मिलेगा।