Raibareli-नौनिहालों का जीवन शिक्षकों के ढेगें पर , इतनी बड़ी लूट की पढियें दास्तां

Raibareli-नौनिहालों का जीवन शिक्षकों के ढेगें पर , इतनी बड़ी लूट की पढियें दास्तां

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रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार-रायबरेली- हकीम जब कमजोर हो तो इसका फायदा उसके मुलाजिम उठाते हैं और मुलाजिमों की हालत यह है कि गांव के गरीब बच्चों के जीवन से भी खेल सकते हैं। ऐसा ही कुछ मामला प्राथमिक विद्यालय रतापुर का सामने आया है। कमजोर खंड शिक्षा अधिकारी का फायदा उठाते हुए विद्यालय में हो रहे अतिरिक्त कक्ष निर्माण में सारे नियमों को ताक पर रख दिया गया है । यदि इसमें कोई घटना होती है तो किस शिक्षक का बच्चा मरने वाला है ।
     दरअसल पूरा खेल कई माह पहले शुरू हुआ था। प्राथमिक विद्यालय रतापुर को शासन द्वारा अतिरिक्त कक्ष स्वीकृत हुआ था। उसे समय खंड शिक्षा अधिकारी रहे अरविंद कुमार  सिंह ने विद्यालय के शिक्षक को अतिरिक्त कक्ष के निर्माण की पूरी जिम्मेदारी सौंप दी। इस निर्माण में सारा खेल तभी हो गया और खंड शिक्षा अधिकारी अपना हिस्सा लेकर बैठ गए। इत्तेफाक से उनका स्थानांतरण जगतपुर खंड शिक्षा अधिकारी के रूप में हो गया। उसके बाद में खंड शिक्षा अधिकारी रिचा सिंह आई। उन्हे  जब मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने  प्रारंभिक जांच में उन्होंने कार्रवाई का शासन दिया । लेकिन उसके बाद वह इस कदर खामोश हुई कि कमजोर खंड शिक्षा अधिकारी साबित हो रही है । हालात ये है कि निर्माण  केवल औपचारिकता पूरी की जा रही है।अब गुणवत्ता विहीन कमरे का निर्माण मामला तूल पकड़ता जा रहा है। खण्ड शिक्षा अधिकारी भी नौनिहालों की जिन्दगी खिलवाड़ किए जाने के मामले में गम्भीर नही है।रतापुर मजरे कंदरावा प्राथमिक विद्यालय परिसर में कमरे का निर्माण मानकों को दरकिनार करके कराया जा रहा है। निर्माण में घटिया गुणवत्ता की ईंट और मसाले के उपयोग धड़ल्ले से कराया जा रहा है। बड़ी बात ये है कि इसी गुणवत्ता विहीन निर्मित कमरे का नौनिहाल करेंगे जिससे उनकी जान का खतरा हैं। कमरे का निर्माण गुणवत्ता युक्त न होने से कभी इमारत भरभरा सकती है। सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है और ज़िम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। 
खण्ड शिक्षा अधिकारी भी मामले में कार्यवाही करने के बजाए हीला हवाली करती हैं। शनिवार को फ़ोन कर के उनसे जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं रिसीव क़िया। वहीं बीएसए का फ़ोन बन्द रहा।