रायबरेली-शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी,,,

रायबरेली-शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी,,,
रायबरेली-शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी,,,

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार - रायबरेली -क्षेत्र के प्रतिष्ठित सत्य साईं डिग्री कॉलेज में शनिवार को बड़े पैमाने पर योगाभ्यास करके योग दिवस मनाया गया । इस मौके पर प्राचार्य डॉ मनोज शुक्ल ने योग के महत्व और इतिहास के बारे में छात्रों को जानकारी दी ।
    उन्होंने कहा कि आदिकाल से योग की महिमा से काया निरोगी रही है। योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है जो शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ रखने में मदद करता है। योग के नियमित अभ्यास से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, तनाव कम होता है, और जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।  उन्होंने बताया कि योग आसन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से शरीर को मजबूत, लचीला और स्वस्थ बनाता है। योग तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है, और एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता में सुधार करता है।योग ध्यान और आत्म-साक्षात्कार के माध्यम से आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देता है। योग के नियमित अभ्यास से बीमारियों से बचाव होता है और एक स्वस्थ जीवनशैली का विकास होता है। 
योग का इतिहास बताते हुए उन्होंने कहा कि योग का इतिहास बहुत प्राचीन है, और इसका उल्लेख वेदों और पुराणों में भी मिलता है। प्राचीन ऋषियों और मुनियों ने योग के माध्यम से ज्ञान, शांति और आत्म-साक्षात्कार प्राप्त किया। आज भी, योग एक लोकप्रिय और प्रभावी अभ्यास है जो दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा अपनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रमुख रूप से अरुण कुमार मौर्य , दीनानाथ त्रिपाठी , गिरजा शंकर त्रिवेदी , निशि शुक्ला आदि मौजूद थे ।