24 घंटे में छा जाएगा मानसून, आज 16 जिलों में होगी झमाझम बारिश
यूपी के बचे हुए हिस्सों में भी अगले 24 घंटे में मानसून छा जाएगा। 25 जून से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं। कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी भी दी गई है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को छोड़कर पूरे उत्तर प्रदेश में मानूसन पहुंच चुका है। अब यह पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। महीने के अंत तक बारिश का इसी तरह का माहौल बने रहने के आसार हैं। मंगलवार को प्रदेश के 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। प्रदेश में 29 जून तक बारिश हो सकती है।
24 जून को प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्से में कई स्थानों पर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। दोनों हिस्सों में इस दौरान कहीं-कहीं बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश की भी संभावना है। 24 जून को लखीमपुर खीरी, महाराजगंज, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, बांदा और आगरा में भारी बारिश होने की संभाावना है। इसके साथ ही पीलीभीत, जालौन, फिरोजाबाद, महोबा, ललितपुर, हमीरपुर, झांसी और उसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं देवरिया, कुशीनगर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, महारागंज, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बलरामपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, कानपुर नगर और कानपुर देहात में बादल गरजने और बिजली चमकने के आसार हैं।
कानपुर में बारिश के ऑरेंज अलर्ट को बादलों ने दे दी लाल झंडी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को दो बार कानपुर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया लेकिन बादलों ने इसे लाल झंडी दे दी। बारिश नहीं हुई। पाकिस्तान से आ रही और प्रदेश के मध्य से होकर गुजर रही टर्फ लाइन के ऊपर खिसक जाने से बारिश की लय बिगड़ गई है। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
मानसून मध्य प्रदेश के रास्ते उत्तर प्रदेश में 17 जून को प्रवेश कर चुका है। इसके बाद तेजी से मानसून पूरे प्रदेश में पहुंच गया। प्रदेश के कुछ जिलों में तो अच्छी बारिश हुई लेकिन प्रदेश के दक्षिणी हिस्से विशेषकर कानपुर में अच्छी वर्षा नहीं हुई। शुक्रवार से अब तक चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में कुल 75.4 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है।
घने बादलों के बावजूद सोमवार को दिनभर एक बूंद नहीं गिरी। आईएमडी का अलर्ट दिन में दो बार जारी किया गया लेकिन बादल धोखा दे गए। वैसे शुक्रवार को 34.8, शनिवार को 11.1, रविवार को 13.6 और सोमवार को 15.9 मिमी (प्रतिदिन सुबह 08:30 बजे तक) बारिश दर्ज की जा चुकी है।
बारिश के कारण अधिकतम तापमान में कमी आई। सोमवार को सीजन (जून) का सबसे कम पारा 31.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से 06 डिग्री कम है। प्रदेश का यह सबसे कम पारा रहा।
नमी का अधिकतम प्रतिशत 89
उत्तर पूर्वी हवाएं लगातार चल रही हैं। बंगाल की खाड़ी के साथ अरब सागर से भी नमी आ रही है। नमी का अधिकतम प्रतिशत 89 और न्यूनतम प्रतिशत 88 रहा।
टर्फ लाइन अपने स्थान से ऊपर की ओर गई
पाकिस्तान से आ रही एक टर्फ लाइन जो प्रदेश के बीच से जा रही थी, उससे अच्छी बारिश हो रही थी। संभावना जताई जा रही थी कि मानसून आने के बाद का पहला स्पेल ऐसे जारी रहेगा। अचानक मौसमी गतिविधियां प्रभावित हो गईं। टर्फ लाइन अपने स्थान से ऊपर की ओर चली गई। बारिश के मौसम में ऐसा अक्सर होता रहता है।
24 जिलों को छोड़ अन्य के लिए यलो अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के 24 जिलों को छोड़ शेष के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। इसके बाद भी 25 जून तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी। मानसून के पहले स्पेल में अधिक बारिश की संभावना थी लेकिन अब तक की स्थितियों के अनुसार इतनी नहीं हो सकी है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार मानसून की सक्रियता तो बनी हुई है, कम दबाव का क्षेत्र न बन पाने से अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है।



