रायबरेली- ऊंचाहार में दरोगा अनीस यादव का बोलबाला मामला कुछ भी निपटने में माहिर, कोतवाल मेहमान

रायबरेली- ऊंचाहार में दरोगा अनीस यादव का बोलबाला मामला कुछ भी निपटने में माहिर, कोतवाल मेहमान

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   रिपोर्ट-सागर तिवारी 



ऊंचाहार-रायबरेली-आईजीआरएस पर फर्जी रिपोर्ट आख्या लगाकर मामले को निस्तारित करना पुलिस की आदत में शुमार हो गया है। इधर पीड़ित को पता नहीं उधर पुलिस आपनी मन माफिक रिपोर्ट लगाकर मामले की निस्तारित कर दिया जाता है। ये कोई नई बात नहीं है। ढूंढेंगे तो ऐसे  हजारों मामले मिल जायेंगे। एक महिला ने कोतवाली पुलिस से पति की शिकायत की उसे से रखता नहीं है। लड़ाई झगड़ा करता है। खाना खर्चा नहीं देता। कोई कार्रवाई न होने पर महिला ने कई बार शिकायती पत्र दिया। जिसपर नाराज़ दरोगा ने फर्जी आख्या लगाकर दिया। जिन आरोपों को सत्य व असत्य साबित करने के लिए न्यायालय को वर्षों लग जाते हैं। उन आरोपों को दरोगा साहब ने बिना जांच किए तत्काल साबित कर दिया की आरोप असत्य एवं निराधार है। 
       मामला कोतवाली क्षेत्र के मनिरामपुर का है। गांव निवासी जोशी यादव ने पति के विरूद्ध कोतवाली में शिकायत की। आरोप लगाया कि पति उससे लड़ाई झगड़ा करता है। खाना खर्चा नहीं देता समेत कई अन्य आरोप लगाया। पुलिस ने इसपर कोईभी कार्रवाई नहीं की तो महिला ने फिर शिकायती पत्र दिया। पुलिस द्वारा बार बार कार्रवाई न करने पर पीड़िता ने कई बार प्रार्थाना पत्र दे दिया और आईजीआरएस पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवा दिया। आरोप है कि कोतवाली में तैनात दरोगा अनीस यादव ने बिना जांच किए ही मनमाफिक और फर्जी आख्या लगाकर यह लिखकर शिकायत निस्तारित कर दिया कि दोनों पति पत्नि में सुलह समझौता हो गया। लगाए आरोप असत्य एवं निराधार हैं। अब सोचिए पति पत्नि के विवाद में बिना जांच किए ही आरोपों सत्य एवं निराधार बता दिया जबकि वर्षों से न्यायालयों में लम्बित वाद इस बात का प्रमाण हैं की इनका निस्तारण विधिवत जांच के बिना करना असम्भव है। लेकिन कोतवाली के दरोगा अनीस यादव ने बिना जांच के फर्जी आख्या लगाकर निस्तारित कर दिया है। इसपर पीड़िता ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सहायक जन सूचना अधिकारी क्षेत्राधिकारी डलमऊ से शिकायती पत्र,सुलह समझौता समेत निस्तारण के बावत प्रमाणित सूचना मांगी है।