लखनऊ में महिला सहित चार लोगों ने गले में फंदा लगाकर दी जान
-काकोरी- इंदिरानगर, महानगर और नाका इलाके में चार लोगों ने फंदा लगाकर जान दे दी। इंस्पेक्टर काकोरी सतीश राठौर के मुताबिक, हलुआपुर गांव निवासी सर्वेश यादव (35) ने बुधवार सुबह आम के बाग में चादर के सहारे फंदा लगाकर जान दे दी।भाई अखिलेश के मुताबिक, सर्वेश का सुबह पत्नी शांति से किसी बात पर विवाद हुआ था। इसके बाद वह घर से बाग चले गए थे। कुछ देर के बाद लोगों ने उनका शव फंदे से लटका देखा। परिवार में दो बेटियां पलक और पायल हैं।
वहीं, इंस्पेक्टर इंदिरानगर सुशील कुमार के मुताबिक, बिहार के दरभंगा बिहार निवासी साकिब (30) तकरोही में किराये के मकान में पत्नी रुखसाना के साथ रहकर टेलरिंग का काम करते थे। उनके साले सिराज ने बताया कि साकिब का तीन दिन पहले पत्नी से झगड़ा हुआ था। इस पर वह पड़ोस में मां जन्नत के घर चली गई थी। मंगलवार रात साकिब वहां पहुंचे और पत्नी, सास व साले से झगड़ा कर अपने कमरे में सोने चले गए। बुधवार सुबह जब पत्नी घर लौटी तो साकिब का शव लोहे के रॉड से रस्सी के सहारे लटका मिला। इंस्पेक्टर ने बताया कि परिजनों ने कोई आरोप नहीं लगाया है।
इसी तरह महानगर पुलिस के मुताबिक, मूल रूप से नेपाल निवासी रिक्शा चालक किशन बहादुर (70) महानगर में राज्य भंडारण निगम के सामने रोड के किनारे झोपड़ी बनाकर रहते थे। क्षेत्र के पुराना बादशाह नगर में रहने वाली उनकी बेटी पूजा ने बताया कि पिता ने बीमारी से परेशान होकर मंगलवार देर रात झोपड़ी के पास पेड़ के सहारे साड़ी के फंदे से लटक कर जान दे दी। पत्नी रामरती की दो साल पहले मौत हो चुकी है।
इसके अलावा नाका के चारबाग में सुदर्शन सिनेमा घर के पास की रहने वाली शिवानी सोनकर (26) ने मंगलवार रात मायके में फंदा लगाकर जान दे दी। उनकी शादी घर के पास ही शिक्षक पवन बाथम से छह साल पहले हुई थी। इंस्पेक्टर नाका वीरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल सका है।



