रायबरेली में आरआरबी चेयरमैन के पूर्व निजी सचिव पर गैंगस्टर, गिरफ्तारी की तैयारी; बेटों की नियुक्ति का मामला

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824
रायबरेली में फिटर पद पर नियुक्ति के पैनल में अपने बेटों का फर्जी तरीके से नाम शामिल कराने के आरोपी रेलवे भर्ती बोर्ड, गोरखपुर में कार्यरत पूर्व कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य और चेयरमैन के निजी सचिव-द्वितीय राम सजीवन और दोनों के बेटों पर पुलिस ने गैंगस्टर का केस दर्ज कर लिया है।
गिरफ्तारी की तैयारी में पुलिस
इन चारों पर विभागीय जांच में पुष्टि के बाद रेलवे भर्ती बोर्ड के सहायक सचिव एसएन उरांव की तहरीर पर केस दर्ज किया गया था। पुलिस इनकी गिरफ्तारी की तैयारी में है। संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी हो सकती है।
बेटों की फर्जी तरीके से कराई नियुक्ति
इस मामले में रेलवे भर्ती बोर्ड, गोरखपुर के चेयरमैन के निजी सचिव राम सजीवन को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। दूसरे आरोपी पूर्व कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, मॉडर्न कोच फैक्टरी, रायबरेली में फिटर पद पर नियुक्ति के पैनल में अपने बेटों का फर्जी तरीके से नाम शामिल कराने के मामले में कैंट पुलिस ने कार्रवाई की है।
प्रमाण-पत्र सत्यापन के दौरान पकड़ा गया मामला
जांच में सामने आया था कि कम्प्यूटर आधारित टेस्ट नौ अगस्त 2018 से 31 अगस्त 2018 और दूसरा टेस्ट 21 जनवरी से 23 जनवरी 2019 को कराया गया था। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्र का सत्यापन 20 जून से 23 जुलाई 2019 तक कराया गया। इसमें दो अभ्यर्थी अनुपस्थित थे। बाद में पता चला कि रेलवे बोर्ड, गोरखपुर में कार्यरत रहे चेयरमैन के तत्कालीन निजी सचिव राम सजीवन और पूर्व मुख्य कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर आर्य ने अपने बेटों सौरभ कुमार एवं राहुल प्रताप का नाम फर्जी तरीके से अनुपस्थित अभ्यर्थियों की जगह पैनल में शामिल करा दिया।
विभागीय जांच में जालसाजी की पुष्टि हो गई। अब पुलिस ने आरोपी कर्मचारी गाजीपुर जिले के सहदात थाना क्षेत्र के बरहपार नसरतपुर निवासी चंद्रशेखर, उनके बेटे राहुल प्रताप, उरुवा के अमोढ़ा निवासी रामसजीवन व उनके बेटे सौरभ के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज किया है।



