रायबरेली के डलमऊ तहसील में लेखपाल नही मुंशी कर रहे लेखपाली,मुंशी और लेखपाल पर खेल करने का आरोप
-तहसील कार्यालय तो सरकारी है, मगर उसमें काम करने वाले तमाम लोग प्राइवेट हैं। इन प्राइवेट कर्मचारियों से रोजाना ही शहर के लोगों से मुलाकात होती है। लेखपाल की गैरमौजूदगी में उनका दफ्तर संभालने वाले ये कर्मचारी उनके मुंशी के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं मामला डलमऊ तहसील में तैनात लेखपाल सुर्खिया बटोर रहे हैं लेखपाल सतीश कुमार चर्चा में बने डलमऊ तहसील क्षेत्र के बसन्तपुर कठौईया गाँव का मामला जहां शिकायती हुई कि बसन्तपुर कठौईया गाँव आगनबाड़ी की जमीन किसी औऱ को बेच देने जा आरोप लगा है आरोप यही नहीं आरोप मुंसी पर है लगा कि लेखपाल सतीश कुमार के साथ मुंसी पूरा लेखपाल का कार्यभार और खुद को लेखपाल समझ रहा है हालांकि इन आरोपो के बाद न लेखपाल न मुंसी पर कोई कार्यवाही नही हुईं है ये सवाल सबके जहन गूँज रहा है आखिर क्या सरकारी अधिकारी के साथ प्राइवेट कर्मचारी कार्य कर रहा हो और खुद को लेखपाल का मुंसी या खुद लेखपाल समझ रहा है और कार्यों में हस्ताक्षेप कर रहा हो तो सवाल उठना भी लाजमी है अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या लेखपाल के साथ चल रहे मुंसी पर कार्यवाही होगी या नही ये आने वाला समय जरूर बतायेगा



