रायबरेली-रात के अंधेरे में काट डाले गए शीशम के हरे पेड़ , जिम्मेदार बेखबर सोते रहे

रायबरेली-रात के अंधेरे में काट डाले गए शीशम के हरे पेड़ , जिम्मेदार बेखबर सोते रहे

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  रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार -रायबरेली-पैसों की खनक न सिर्फ आंखे बंद कर देती है अपितु गहरी नींद में सुला भी देती है । शनिवार की रात क्षेत्र के सलीमपुर भैरों गांव में ऐसा ही हुआ। जिम्मेदार बेखबर होकर रात भर सोते रहे और रात के अंधेरे में हरियाली के दुश्मन शीशम के हरे पेड़ों पर आरा चलाते रहे।  सुबह हुई तो ग्रामीणों ने देखा कि कल शाम तक जहां हरियाली की सुहानी छांव थी , आज वहां विरानगी है ।
    ऊंचाहार कस्बे से थोड़ी दूर पर स्थित सलीमपुर भैरों गांव के चौराहे पर शीशम के पेड़ थे । इस पेड़ की छांव में गांव लोग बैठकर सुकून की राहत महसूस करते थे । हरियाली के दुश्मनों ने इस पेड़ का सौदा तय किया और फिर पुलिस व वन विभाग के जिम्मेदारों की आंखों ने पैसों की पट्टी बांध दी । उसके बाद शनिवार की पूरी रात हरियाली पर आरा चलता रहा और जिम्मेदार बेखबर होकर सो रहे थे । गांव के कुछ लोगों ने रात में ही फोन पर पुलिस अधिकारियों को मामले की सूचना दी , किंतु किसी ने इस गुनाह को रोकने की जहमत नहीं उठाई । परिणाम स्वरूप रात में ही हरे शीशम के पेड़ गायब हो गए । रविवार की सुबह जब ग्रामीण सोकर उठे तो पेड़ों के स्थान पर उनकी पेड़ियां बची थी । जहां कल शाम तक हरियाली की छांव थी , वहां वीरान आसमान की तपती धूप जमीन को तवा जैसा झुलसा रही थी ।