न राजा रघुवंशी बनना और न ही सौरभ.', चंदौली में बिना झिझक पति ने बॉयफ्रेंड को सौंप दी बीवी, 10 दिन पहले हुई थी शादी

न राजा रघुवंशी बनना और न ही सौरभ.', चंदौली में बिना झिझक पति ने बॉयफ्रेंड को सौंप दी बीवी, 10 दिन पहले हुई थी शादी

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सौरभ राजपूत हत्याकांड हो या इंदौर का राजा रघुवंशी मर्डर केस. इन दो मामलों के सामने आने के बाद पतियों में एक अजीब सा खौफ पैदा हो गया है. कहीं न कहीं पतियों में डर है कि हमारी पत्नियां भी हमारे साथ ऐसा ही सलूक ना कर दें.

उत्तर प्रदेश के चंदौली में तो एक पति ने शादी के 10 दिन बाद ही अपनी पत्नी को चुपचाप उसके बॉयफ्रेंड को सौंप दिया. कहा- न ही मुझे राजा रघुवंशी बनना है और न ही सौरभ राजपूत. दरअसल, दोनों की हत्या उन्हीं की बीवियों ने एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के चलते कर दी थी.

मामला मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के सैदपुरा गांव का है. यहां रहने वाले युवक शमशेर की शादी 4 जून को मवई खुर्द की रहने वाली युवती खुशी से हुई थी. शादी के बाद जब घर से मेहमान चले गए तो नई नवेली दुल्हव ने अपने पति से बाहर घूमने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद 14 जून को दोनों मुगलसराय आए. इस दौरान दोनों बाजार में चाट खाने लगे. चाट खाते समय विवाहिता अचानक गायब हो गई. पति इससे परेशान हो उठा. उसने पत्नी को खूब तलाशा, मगर वो नहीं मिली.

बॉयफ्रेंड संग रहने की जिद पर अड़ी रही पत्नी

फिर पति ने मुगलसराय कोतवाली में बीवी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. तहरीर के आधार पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की. मंगलवार को पुलिस ने विवाहिता को उसके प्रेमी के साथ वाराणसी से बरामद कर लिया. इसके बाद उसके पति को सूचना दी. सूचना मिलते ही पति शमशेर अपने परिवार के साथ मुगलसराय कोतवाली पहुंचा. वहां घंटों पंचायत चली. इस दौरान विवाहिता बालिग होने का हवाला देते हुए प्रेमी के साथ जाने की जिद पर अड़ी रही.
‘न ड्रम में पैक होकर मरना, न खाई में गिरकर मरना’

पास के मोहल्ले में ही रहता है दुल्हन का बॉयफ्रेंड

इससे पहले पति शमशेर ने घटना के बाद मीडिया से कहा था कि न तो उसे ड्रम में पैक होकर मरना है और न ही खाई में गिरकर अपनी जान देनी है. पति ने पहले ही कहा था कि वह अब खुशी को अपने साथ नहीं रखेगा. बाद में सहमति के आधार पर पुलिस ने उसे प्रेमी के साथ रवाना कर दिया. विवाहिता का प्रेमी पास के ही मोहल्ले में रहता है.

सीओ राजीव सिसोदिया ने बताया कि पूरे मामले में थाने पर घंटों पंचायत के बाद यह फैसला हुआ कि तीनों बालिग हैं और नवविवाहित खुशी अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है. इस पर तीनों परिवारों ने सहमति जाहिर की और उसके बाद पुलिस ने खुशी को उसके प्रेमी सोनू के सुपुर्द कर दिया.