रायबरेली-एक युवक को भ्रष्टचार की आरटीआई और गांजा माफिया की के विरुद्ध शिकायत करना पड रहा भारी,,,,,?

रायबरेली-एक युवक को भ्रष्टचार की आरटीआई और गांजा माफिया की के विरुद्ध शिकायत करना पड रहा भारी,,,,,?

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रिपोर्ट-सागर तिवारी


 ऊंचाहार-रायबरेली- एक युवक को भ्रष्टचार की आरटीआई और गांजा माफिया की के विरुद्ध शिकायत करना भारी पड़ गया। उसने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। कमालपुर निवासी अमन सिंह ने आरोप लगाया है कि गाँव का विपक्षी और उसके साथी उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। शिकायतकर्ता अमन सिंह ने बताया कि उन्होंने गांजा तस्करी के खिलाफ शिकायत की थी। धर्मेंद्र की कई गाड़ियां गांजा तस्करी में पकड़ी गई हैं। पहली गाड़ी (UP-33-BK-3562) छत्तीसगढ़ में 76 लाख के गांजा के साथ पकड़ी गई। इस मामले में एनबीडब्ल्यू वारंट जारी है।
धर्मेंद्र व उनके साथियो को लगता है कि उक्त कार्यवाहिया मेरे द्वारा कारवाई गई है इस लिए मेरी हत्या याहमला करवाना चाहते है। जबकि ये सभी कार्यवाहियाँ चुनावी रंजिस के कारण बाहर कि पुलिस के द्वारा हैवी सभी पुलिस वाले शायद 2021 में पंचायत चुनाव हार गए थे। इसलिए इनकी गाड़ी व गाँजा पकड़ लेते है या सब मेरी तरह झूठा आरोप लगाकर गाँजा पकड़ते है। इन आधारों पर ये माना जा सकता है कि धर्मेंद्र व उनके साथियो द्वारा मेरी व मेरे परिवार की हत्या या हमला करवाने के पर्याप्त आधार है इसलिए मुझे व मेरे परिवार को गुंडो व गाँजा तस्करो से सुरक्षा दिया जाए।
दूसरी गाड़ी (UP-33-BW-1080) मध्य प्रदेश के अनूपपुर में पकड़ी गई। इस मामले में एफआईआर नंबर 0048/2023 दर्ज है, जिसमें एक करोड़ से अधिक का गांजा बरामद हुआ। धर्मेंद्र की पत्नी के नाम पर तीसरी गाड़ी (UP-33-BY-4346) मुंशीगंज में 3 लाख के गांजा के साथ पकड़ी गई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि जून 2022 में एसओजी की रेड में 12 लाख का गांजा पकड़ा गया। धर्मेंद्र का साथी रवि 2023-24 में दो बार एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका है। वर्तमान में वह 71 किलो गांजा के मामले में जेल में बंद है।
अमन सिंह ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए कई आरटीआई दाखिल की हैं। उन्हें आशंका है कि इन शिकायतों के कारण उनकी जान को खतरा है। 30 जनवरी को फर्जी दस्तावेज बनाने के मामले में की गई शिकायत की जांच चल रही है, जिससे आरोपी चिंतित हैं।