Raibareli-जब पूर्ति निरीक्षक ने कोटेदार को जबरन गाड़ी पर बैठाया, ग्रामीणों ने काटा हंगामा।

Raibareli-जब पूर्ति निरीक्षक ने कोटेदार को जबरन गाड़ी पर बैठाया, ग्रामीणों ने काटा हंगामा।

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रिपोर्ट-शिवम अवस्थी
  मो-9451782183

महराजगंज- रायबरेली-ग्राम प्रधान के प्रभाव में आकर पूर्ति निरीक्षक द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के ही उचित दर दुकान पहुंचकर उसे सुनिश्चित स्थान से दूसरे स्थान पर चलाने के लिए कोटेदार पर जबरन दबाव बनाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले की जानकारी होते ही ग्रामीणों का हुजूम एकत्र हो गया जिसके बाद पूर्ति निरीक्षक को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। इसके बावजूद भी कोटेदार को कार्यालय बुलाकर प्रधान के बताये स्थान पर दुकान संचालित करने का राग अलापते रहे।
    बताते चलें कि बीते कुछ माह से विकास खण्ड के राघवपुर ग्राम सभा के उचित दर विक्रेता श्रीपाल की दुकान सस्पेन्ड चल रही थी। कोटा बहाल होने व राशन उठान के बाद वितरण के पहले ही दिन पूर्ति निरीक्षक अमर सिंह ने अचानक ही उचित दर दुकान पर पहुंचकर कोटेदार श्रीपाल को यह कहते हुए कि ग्राम प्रधान ने बुलाया है जबरन गाड़ी पर बैठा लिया और आगे ले जाकर स्पष्ट शब्दों मे कहा कि अब यह दुकान यहां नही चलेगी, जहां ग्राम प्रधान कहेंगे वहीं चलेगी। मामले में कोटेदार श्रीपाल ने पूर्ति निरीक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम प्रधान के कहने पर पूर्ति निरीक्षक उन्हे हैरान व परेशान कर रहे हैं। ग्रामीणों के इकठ्ठा होने व विरोध करने पर पूर्ति निरीक्षक को वहां से वापस बैरंग लौटना पड़ा। जिसके बाद कोटेदार को कार्यालय बुलाकर एक बार फिर दुकान की चौहद्दी का सत्यापन कराने आए कोटेदार पर एआरओ व सप्लाई इंस्पेक्टर द्वारा दबाव बनाया गया लेकिन कोटेदार ने बताई गई जगह की बात नहीं मानी। गांव में दुकान पर मौजूद अजय कुमार, कलावती , इन्द्राना , कमल व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि चुनावी रंजिश के चलते ग्राम प्रधान व कोटेदार के बीच तनातनी चल रही है, जिसको लेकर पूर्व में भी ग्राम प्रधान द्वारा विरोध किया गया और कोटेदार पर तरह तरह


 के आरोप लगा कोटा सस्पेन्ड कराया जा चुका है। कोटा बहाल होने के बाद एक बार फिर ग्राम प्रधान व उनके सहयोगी सप्लाई इंस्पेक्टर के साथ मिलकर कोटेदार को बेवजह परेशान कर रहे हैं। बीते कई वर्षाें से इसी गांव में कोटे का संचालन होता चला आ रहा है और सबसे अधिक कार्डधारक भी इसी गांव में हैं।


 मामले में पूर्ति निरीक्षक अमर सिंह ने बताया कि वह उचित दर दुकान की चौहद्दी का निरीक्षण करने गये थे ग्रामीणों को गलतफहमी हो गयी जिसके बाद वह वापस आ गये।