रायबरेली-गांजा व्यवसाई वा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में क्यों अधिकारी रहे कतरा,,

रायबरेली-गांजा व्यवसाई वा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में क्यों अधिकारी रहे कतरा,,

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी

रायबरेली- ऊंचाहार-गांजा माफिया पर पुलिस की सरपरस्ती कहें या सत्ता की अनदेखी। पुलिस और चोर की जुगलबंदी की कहानी आपने तो खूब सुनी होगी। यह बात महज कथित ही नहीं बल्कि यहां सत्य साबित हो रही है। यहां कुछ ऐसा  हुआ कि एक गांजा माफिया और उसके एक करीबी जनसुविधा केन्द्र संचालक जो कथित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि भी है। इसपर सरकार की योजनाओं का फर्जी लाभ लेने के आरोपों पर पुलिस और प्रशासन की कृपा बनी हुई है। मामले में एक स्थानीय व्यक्ति ने सूबे के पुलिस प्रमुख समेत प्रशासन से शिकायत की है।  किंतु गांजा व्यवसाई के बेशुमार दौलत ने सरकारी अफसरों को  चका चौंध कर रखा है जिससे  सरकारी अफसरों के रहमो करम ने गांजा व्यवसाई व चालबाजों पर पुलिस प्रशासन कार्यवाही करने में इतरा रही है  ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक व डीजीपी लखनऊ को शपथ पत्र मय शिकायती पत्र भेजकर अपने जान माल की सुरक्षा को लेकर कार्यवाही की मांग की है। 
     पूरा मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के बहुचर्चित गांव कमालपुर से जुड़ा हुआ है। गांजा व्यवसाय के बड़े कारोबार के व्यवसाय पर ग्रामीणों ने बड़े पैमाने पर अंकुश लगाने की मुहिम छेड़ दी है । जिसको लेकर गांजा कारोबार व्यवसाई ने ग्रामीणों पर निशाना साधना शुरू कर दिया जिसको लेकर स्थानीय निवासी शिकायतकर्ता ने अपनी जान माल की सुरक्षा के संबंध में प्रदेश के पुलिस प्रमुख से एक शिकायत दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि गांजा माफिया के कारोबार के व्यवसाय का पूरा ब्यौरा और और उसके समर्थक जन सुविधा केन्द्र संचालक जो कथित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि भी है का अभिलेखों में छेड़छाड़ कर अपने करीबी और रिश्तेदारों के आधार कार्ड समेत मूल अभिलेखों का फोटोशॉप ऐप के जरिए जन्मतिथि बदलकर सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ लेने के मामले में शपथ पत्र सहित शिकायत की गई है। 
शिकायतकर्ता अमन सिंह पुत्र गया प्रसाद सिंह निवासी कमालपुर ने आरोप लगाया है कि इसी शिकायत करने के कारण पटेल (उपनाम)और उनके साथी उससे रंजिश रखते हैं। उनकी हत्या या जानलेवा हमला की साजिश रची जा रही है। 

अमन सिंह ने बताया कि  गांजा माफिया सिंह का बार-बार गांजा पकड़ा जाना और उनके द्वारा की गई आरटीआई के कारण गांजे माफिया और उनके साथी उन्हें मारना चाहते हैं। अमन सिंह ने आरोप लगाया है कि गांजा माफिया और उनके साथियों ने पहले भी कई बार गांजा के साथ पकड़े जा चुके हैं और उन्हें लगता है कि अमन सिंह ने ही उनके खिलाफ कार्रवाई की है।

अमन सिंह ने प्रदेश में पुलिस के मुखिया डीजीपी से गुहार लगाई है कि उन्हें और उनके परिवार को गांजा माफिया और उनके साथियों से सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने बताया है कि गांजा माफिया और उनके साथी उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

इस मामले में पुलिस ने अमन सिंह की शिकायत पर बात करनी चाही तो सभी अधिकारी मामले से कतराते नजर आये आखिर क्यों,,,,,?