रायबरेली- जब एक मारपीट के मामले ने एसडीएम ने भेजा जेल तो परिजनों नें काटा हंगामा,,,,

रायबरेली- जब एक मारपीट के मामले ने एसडीएम ने भेजा जेल तो परिजनों नें काटा हंगामा,,,,

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी



ऊंचाहार-रायबरेली- कोतवाली क्षेत्र के गांव गौसपुर में रास्ते के विवाद में दो पक्षों मेंमारपीट हो गई। पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की है। जिसमें एसडीएम कर ने आरोपियों को जेल भेज दिया। उधर, दूसरे पक्ष ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए तहसील कार्यालय पर जोरदार हंगामा किया। प्रदर्शन किया। 
गौसपुर मजरे ऊंचाहार देहात गाँव निवासी नीरज यादव और नफीस के बीच अरसे से रास्ते का विवाद चल रहा था। नफीस पक्ष का  आरोप है कि उसके भूमिधरी जमीन से दूसरा पक्ष जबरन रास्ता निकालना चाहता है। इसी बीच दिन पूर्व खेत में बकरी जाने को लेकर गाँव के नीरज  से नफीस में विवाद हो गया।  नफीस का आरोप है कि पुराने विवाद के बहाने दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। जिसमें दोनों पक्षों से चार लोग घायल हो गए।  इनमें एक पक्ष से नीरज, उसकी बहन नेहा व मौसेरे भाई विनय व कमलेश व दूसरे पक्ष से रईस, नफीस की पत्नी जूली घायल हो गई। जिनको इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया। पुलिस ने मामले में नफीस व रईस के खिलाफ शान्ति भंग का मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया। एसडीएम ने दोनों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। उधर, पुलिस की एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ नफ़ीस के परिजनों की आधा दर्जन महिलाओं ने पुलिस के खिलाफ तहसील कार्यालय पर जोरदार हंगामा किया। आरोप लगाया कि पुलिस ने एक पक्ष को खुला छोड़ कर उसके पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की है। इस दौरान नफ़ीस की पत्नी नफ़ीस, जुली, अस्माबनो, साजिदा, जायदा आदि शामिल रहीं। बाद में बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ने समझा बुझाकर महिलाओं को शांत किया। कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि एक पक्ष के 4 लोग घायल हुए हैं।  मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ शान्ति भंग की कार्रवाई की गई है।