रायबरेली-रक्त केवल शरीर में बनता हैव, इसलिए इसका दान करें,,

रायबरेली-रक्त केवल शरीर में बनता हैव, इसलिए इसका दान करें,,

-:विज्ञापन:-




  रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार -रायबरेली -रक्त का बाह्य निर्माण संभव नहीं है ,यह दान से ही मिलना संभव है। रक्तदान से हम किसी को सीधे जीवनदान देते हैं। इसलिए इसे महादान कहा जाता है। यह कहना है ऊंचाहार के शिक्षक अतीश साहू का । वो कुल 36 बार रक्तदान कर चुके है ।  वे कहते हैं कि हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। इससे दूसरे को जान तो बचती ही है, रक्तदान करने वाला भी स्वस्थ रहता है। 
     क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर उध वन में तैनात  अतीश कुमार ने एक  बहुचर्चित *रक्तदान महादान*ग्रुप बना रखा है । इसके सभी सदस्य सदैव आगे बढ़कर ज़रूरतमन्दों को नि: स्वार्थ भाव से ब्लड डोनेट करते हैं। शनिवार को अनुष्का कुमारी पिता विमलेश कुमार ऊंचाहार के डॉ चौहान के हॉस्पिटल ऊंचाहार में भर्ती है जिसका ब्लड काफी कम हो गया था। जिसे तुरंत दो यूनिट ब्लड उपलब्ध करवाने के लिए कहा ।
तभी विमलेश कुमार ने अतीश कुमार को फोन पर बताया । रक्तदान महादान ग्रुप के सदस्य अभिनाश साहू और अतीश कुमार स्वयं रायबरेली जाकर 36 वी बार ब्लड डोनेट करके दो यूनिट ब्लड उपलब्ध कराया। जिससे अनुष्का कुमारी का इलाज किया जा रहा है।
 वे कहते हैं कि किसी जरूरतमंद को जब रक्त उपलब्ध कराता हूं। उसके बाद उसके चेहरे पर जो खुशी दिखती है, उससे मुझे आंतरिक खुशी मिलती है। उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। रक्तदान का शतक लगाने की इच्छा है।