रायबरेली-पिता की पुण्यतिथि पर बेटी ने किया बन्दर भोज

रायबरेली-पिता की पुण्यतिथि पर बेटी ने किया बन्दर भोज

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

रायबरेली

-सामाजिक व्यवस्था के अनुसार यूँ तो पिता की मृत्यु पर पुत्र द्वारा सभी कार्य सम्पन्न किये जाते हैं, यहाँ तक कि पुण्यतिथि पर विशेष भोज भी पुत्रों द्वारा प्रदान किये जाने की परम्परा है, लेकिन तकरीबन साढ़े चार दशक (45 वर्षो) के बाद एक बेटी ने न सिर्फ पिता की पुण्यतिथि पर बन्दर भोज किया, बल्कि इसी दिन पिता के दिवंगत मित्र की भी पुण्यतिथि सम्पन्न करायी।
यह कार्यक्रम डलमऊ में गंगा तट के किनारे पर पवित्र शमशान भूमि में रायबरेली के गृहस्थ संत और पशुसेवी श्याम साधु के मार्गदर्शन में किया गया।  कार्यक्रम संयोजक वैजयन्ती उर्फ कुसुम पाण्डेय ने अपने सहयोगियों के साथ किया।  कुसुम ने अपने स्व0 पिता शिवशंकर पाण्डेय निवासी पूरे कुंजल, मजरे रोखा, डीह व उनके मित्र स्व0 अशोक द्विवेदी की पुण्यतिथि भी मनायी और अनगिनत बन्दरों को भोजन करवाया।  इस अवसर पर पशुसेवी श्री साधु ने कहा कि जो सन्तानें अपने माता-पिता का ख्याल रखती हैं, उनका जीवन सफल हो जाता है, उन्होनंे कुसुम की सोच व कार्य की सराहना की।  इस अवसर पर दन्नू, राजू, पुल्ली, राजन, अतुल, पवन, सचिन व मयंक उपस्थित थे।  कार्यक्रम में अनमोल मिश्रा व भुवेन्द्र सिंह की सराहनीय भूमिका रही।  कार्यक्रम संयोजिका कुसुम ने संकल्प दोहराया कि वे भविष्य में भी यह कार्य करती रहेगी।
ज्ञातव्य है कि 09 मई 1980 में एक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा कुसुम के पिता शिवशंकर पाण्डेय व उनके मित्र अशोक द्विवेदी की नृशंस हत्या कर दी गयी थी, तब कुसुम मात्र 04 वर्ष की थी, कालान्तर में अब बेटी ने पिता की पुण्यतिथि पर बन्दर भोज का अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया। गीतांजलि महासेवाधाम के पीठाधीश्वर एवं संचालक श्याम साधु की सलाह पर यह वानर भोज सम्पन्न हुआ।