रायबरेली-एनएचएआई द्वारा टोल प्लाजा के हस्तांतरण प्रक्रिया के पहले ही टैक्स वसूली आखिर क्यों,,,

रायबरेली-एनएचएआई द्वारा टोल प्लाजा के हस्तांतरण प्रक्रिया के पहले ही टैक्स  वसूली आखिर क्यों,,,

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      रिपोर्ट-सागर तिवारी 



ऊंचाहार- रायबरेली-टोल प्लाजा पर नेशनल हाइवे विभाग यात्रियों की जेबों पर सीधा डाका डाल रहा है। अधूरे टोल पर यात्रियों से पूरा शुल्क वसूली की जा रही है। 
एनएचएआई द्वारा टोल प्लाजा के हस्तांतरण प्रक्रिया के पहले ही विभाग अपना दांव चल दिया। वाहनों से पूरे टैक्स की वसूली  के एवज में उन्हें कोई बुनियादी सुविधा नहीं दी जा रही है। लोगों में आक्रोश है। इतनी बड़ी वसूली पर आला अधिकारी की चुप्पी क्या साबित करती है। आखिर यात्रियों को कोई बुनियादी सुविधा क्यों नहीं मिल रही है?
        क्षेत्र के लखनऊ प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इटौरा बुजुर्ग के चड़रई में निर्माणाधीन टोल प्लाजा पर बिना हस्तांतरित प्रक्रिया के वाहन स्वामियों से टोल शुल्क वसूला जा रहा है। प्रतिदिन की हिसाब से करोड़ों रूपये की वसूली के बाद यहां यात्री सुविधाओं का टोटा है। यात्रियों के लिए आपातकाल स्थित से निपटने के लिए न एम्बुलेंस की सेवा है न ही प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। वाहनों के लिए हवा या ईंधन की सेवा। इतना ही नहीं यहां पीने का पानी और शौचालय भी नहीं है। निर्माणधीन शौचालय की टूटी टोटियों से पानी नदारद है। दुर्गंध भरे शौचालय में लोगों असंभव है। इससे यात्रियों कई प्रकार दुश्वारियां झेलना पड़ता है। विशेष रूप से महिलाओं को अधिक दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी, विनय पाण्डेय, संदीप मौर्या, संजय माफिया, शिवा गुप्ता, अंकित गुप्ता, कुलदीप साहू, मनोज कुमार, आशीष कुमार ने बताया कि वह स्थानीय निवासी हैं। आए दिन किसी न किसी काम से जनपद की बाजार जाना पड़ता है ऐसे हर बार भारी भरकम टैक्स चुकाना पड़ता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कानूनी तौर पर टोल प्लाजा नजदीक होने पर भारी भरकम टैक्स से राहत मिलना चाहिए। टोल प्लाजा के कलेक्शन मैनेजर मिथलेश राय ने बताया कि पूरी तरह से टोल हस्तांतरित नहीं हुआ। हस्तांतरण प्रक्रिया पूर्ण होने सुविधाओं का विस्तार किया जायेगा।