प्रयागराज के रास्‍ते हुए बंद तो यूपी का ये शहर बना मिनी कुंभ, उमड़े 50 लाख श्रद्धालु

प्रयागराज के रास्‍ते हुए बंद तो यूपी का ये शहर बना मिनी कुंभ, उमड़े 50 लाख श्रद्धालु

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प्रयागराज महाकुंभ की मिनी झलक मौनी अमावस्या पर तपोभूमि में देखने को मिल रही है। करीब 50 लाखों श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में पुण्य की डुबकी लगाई और पूजन अर्चना कर दान किया।

साथ ही कामदगिरि की परिक्रमा लगा सुख समृद्धि की कामना की।

भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने भरतकूप से ही छोटे और बड़े वाहनों को रोक दिया, हालांकि वहां से आटो व ई-रिक्शा की व्यवस्था है जो श्रद्धालुओं को रामघाट और कामदगिरि तक पहुंचा रहे हैं, लेकिन अधिकतर श्रद्धालु पैदल ही रामघाट जाते दिखे।

महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीमा से वाहनों का प्रवेश बंद

प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद सीमा से वाहनों का प्रवेश बंद है। चित्रकूट में भरतकूप से प्रयागराज के बरगढ़ बार्डर तक 30 हजार से अधिक वाहन फंसे है।

ट्रैफिक कंट्रोल में डीआईजी अजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुबह से लगे रहे। जो प्रयागराज जाना चाह रहे थे उन्हें अपील कर के घर वापस भेजा। जबकि जिन्हें चित्रकूट मंदाकिनी स्नान को जाना था उउन्हें भरतकूप में ही वाहन छोड़ कर जाने दिया गया।

तमाम श्रद्धालु लौटने को तैयार

प्रशासन की अपील पर तमाम श्रद्धालु लौटने को तैयार हो गए हैं जबकि काफी लोग सड़क किनारे डेरा जमाए हैं। लौटने वाले श्रद्धालु मंदाकिनी में डुबकी लगा कर घर जा रहे हैं। बुधवार तड़के तीन बजे से ही भक्तों के स्नान-दान का सिलसिला जारी है।

स्नान-दान और अनुष्ठान के बाद लोग भगवान कामतानाथ के दर्शन कर रहे हैं। कामदगिरि प्रमुख द्वार के अलावा हनुमानधारा, गुप्त गोदावरी, सती अनुसुइया आश्रम और वाल्मीकि आश्रम में भारी भीड़ है लोगों के सिर्फ सिर नजर आ रहे हैं। भरतकूप में भी हजारों में श्रद्धालुओं ने स्नान किया।

वाल्मीकि आश्रम के महंत भरतदास ने बताया कि इस बार मौनी अमावस्या पर चार योग बने हैं। श्रवण नक्षत्र के साथ ही मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बना है। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है।

यूपी और एमपी जिला प्रशासन रहा मुस्तैद

जिला प्रशासन ने मेला को देखते हुए पहले से इंतजाम किए थे। यूपी क्षेत्र में पांच जोन और 16 सेक्टर बनाए गए थे जबकि एमपी क्षेत्र में नौ जोन के साथ मजिस्ट्रेटों और पुलिस जवान तैनात किए हैं।

यूपी और एमपी जिला प्रशासन रहा मुस्तैद

जिला प्रशासन ने मेला को देखते हुए पहले से इंतजाम किए थे। यूपी क्षेत्र में पांच जोन और 16 सेक्टर बनाए गए थे जबकि एमपी क्षेत्र में नौ जोन के साथ मजिस्ट्रेटों और पुलिस जवान तैनात किए हैं।

प्रयागराज की घटना के बाद चित्रकूट और सतना (एमपी) के डीएम और एसपी मेला में खुद निगरानी करते दिखे। भरतकूप में सीडीओ अमृतपाल कौर और एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में मोर्चा संभाले हैं।

मंदाकिनी स्नान वालों को ही जाने दिया जा रहा रामघाट

जिला मुख्यालय में प्रयागराज जाने वाले वाहन तो नहीं है, लेकिन लौटने वाले आ रहे हैं। उसके लिए भी प्रशासन ने रूट निर्धारित किया है जो मंदाकिनी स्नान करना चाहते हैं उनको पटेल तिराहा से देवांगना रोड से रामघाट भेजा जा रहा है। जबकि राजस्थान, गुजराज, महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा जाने वाले वाहनों को झांसी-मीरजापुर हाईवे से भरतकूप तक भेज कर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पकड़ाया जा रहा है।

दोपहर तक सभी पार्किंग हुई फुल

रामघाट मार्ग में बनी सभी पार्किंग दोपहर 12 बजे तक फुल थी और छोटे वाहनों को बेड़ी पुलिया से आगे नहीं जाने दिया गया। जबकि बसों का प्रवेश तो सोमवार से ही बंद है।