रायबरेली- ऊंचाहार नगर में सुरक्षित व तालाब कि भूमि पर अवैध कब्जा जारी,लेखापाल को नही है समय,,,

रायबरेली- ऊंचाहार नगर में सुरक्षित व तालाब कि भूमि पर अवैध कब्जा जारी,लेखापाल को नही है समय,,,
रायबरेली- ऊंचाहार नगर में सुरक्षित व तालाब कि भूमि पर अवैध कब्जा जारी,लेखापाल को नही है समय,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी
मो-8742934537


ऊँचाहार-रायबरेली-नगर क्षेत्र में सरकारी जमीन पर कब्जा कर भवन निर्माण का खेल धड़ल्ले से जारी है। वहीं जिम्मेदारों ने मामले में चुप्पी साध ली हैं 
 दरसल नगर क्षेत्र के मध्य में स्थित गाटा संख्या 3745/0.0250 हे0 सुरक्षित भूमि जो राजस्व अभिलेखों में नगर पंचायत के नाम परती चारागाह नाम से दर्ज़ है। दो लोगों द्वारा एक दशक के अधिक समय से उसपर कब्जा करके भवन निर्माण करवा लिया गया है और नगर पंचायत के जिम्मेदारों को भनक तक न लगी। कब्जे दारी की बात जब मीडिया सुर्खियों में आयी तो अधिशाषी अधिकारी निखिलेश मिश्रा ने कार्यवाही के नाम पर मात्र नोटिस जारी कर के मामले में इतिश्री कर ली। सूत्रों की माने तो मामले में हल्का लेखपाल व नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी पर द्वारा मोटी रकम लेकर कार्यवाही नहीं की जा रही है। यह मात्र एक जगह की नहीं है । कस्बे ऐसी कई जगह है जहाँ जिम्मेदारों ने मलाई काट कर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। इस बावत नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी निखिलेश मिश्रा से फोन करके जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं हल्का लेखपाल पुष्पेन्द्र सोनकर ने बताया कि जल्द ही प्रश्नगत भूमि की पैदाइश की जायेगी।

       उधर नगर के वार्ड नम्बर 8 स्थित अभिलेखों में तालाब है। तालाब के नूरान मोहल्ला का आंशिक भाग व कलवारन टोला  निवासी कुछ लोगों द्वारा नगर पंचायत के नाम दर्ज़ सुरक्षित भूमि तालाब को पाटकर उसकी  बेशकीमती भूमि पर नवनिर्माण कराए जा रहे हैं। जबकि वर्ष 2011 में इसी तालाब का एनटीपीसी ने सौंदर्यीकरण कराया गया था। आज वही तालाब अपना अस्तित्व खोने की राह पर चल पड़ा है। वहीं नगर पंचायत के ज़िम्मेदार और हल्का लेखपाल मामले की जानकारी न होने की दुहाई दे रहे हैं। इसी अनदेखी के चलते सुरक्षित भूमि पर कब्जेदारी का खेल करके सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की जा रही है। सूत्रों की माने तो जब भी तालाब के किनारे किसी बाशिंदे द्वारा तालाब का निर्माण कराया जाता है तो उसके एवज में नगर पंचायत के अधिकारियों और ज़िम्मेदार जन प्रतिनिधि सहित हल्का लेखपाल को लाखों रुपये की मोटी रकम देकर बेशकीमती क़ीमती सुरक्षित भूमि तालाब की ज़मीन पर कब्जा कर नवनिर्माण करवा दिया जाता है। यह कब्जे का खेल कई सालों बदस्तूर खेला जा रहा है।
इस बावत नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। यदि तालाब की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है तो पुर्णतः गलत  है। मामले में कर्माचारियों को भेजकर तत्काल जाँच करायी जायेगी कब्जा करते मिलने पर रोक लगाई जायेगी। लेकिन मौके पर पहुँचे हल्का लेखपाल पुश्पेन्द्र सोनकर व नगर पंचायत के कर्माचारियों ने लीपापोती कर दी। वहीं दूसरे मामले में अभी मौके की जाँच तक नहीं की अधिशाषी अधिकारी ने कार्यवाही के नाम पर नोटिस जारी कर के मामले से पल्ला झाड़ लिया।