रायबरेली-सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा का बड़ा खेल: डेढ़ बिस्वा आवंटित जमीन के तीन बैनामे, आठ बिस्वा बंजर भूमि हुई गायब,,,,

रायबरेली-सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा का बड़ा खेल: डेढ़ बिस्वा आवंटित जमीन के तीन बैनामे, आठ बिस्वा बंजर भूमि हुई गायब,,,,

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  रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार-रायबरेली- पट्टे की डेढ़ बिस्वा भूमि में पहले दो व्यवसाई को करीब दो बिस्वा भूमि बैनामा कर दिया। इसके बावजूद दो बिस्वा भूमि सुरक्षित है। इसमें एक तिहाई हिस्सा बंजर की भूमि शामिल है। मजे की बात यह है कि इसका तीसरा बैनामा भी हो गया। अब इसपर कलम के खिलाड़ियों से मिलकर अभिलेखों में छेड़छाड़ करने के बाद बंजर की बेशकीमती भूमि पर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया गया। 
       मामला नगर पंचायत से जुड़े गाँव खोजनपुर का है। भूमि गाटा संख्या 51मि/1050 राजस्व अभिलेखों में बंजर दर्ज है। इस नम्बर में आठ बिस्वा से अधिक अभी भी बंजर की भूमि  है। इसी नम्बर में गाँव के छेदी सिंह को डेढ़ बिस्वा भूमि आवंटन में मिली। आवंटन की इस डेढ़ बिस्वा भूमि में उनके वारिसान रामशंकर सिंह ने तीन बैनामा किया जिनमें दो बैनामा की जगह में भवन बन गए और तीसरे में निर्माण कार्य जारी है। बड़ी बात ये है कि मौके पर कहीं भी बंजर की आठ बिस्वा भूमि दिखाई नहीं देती है। भूमि के सौदागरों ने सरकारी मानकों को धता बताकर डेढ़ बिस्वा आवंटन की भूमि तो बिक्री कर ही डाली उसके साथ ही अब आठ बिस्वा से अधिक सरकार की बंजर की भूमि भी डकारने की फिराक में है। इस काले कारनामे से राजस्व अधिकारी अब कठघरे में नजर आ रहे हैं। सवाल डीएम साहिबा से है और सवाल एसडीएम साहब से है कि आखिर आवंटन की भूमि की बिक्री कैसे हो गई। विलुप्त हुई सरकार की बंजर भूमि कहां है? ऐसे दर्जनों सवाल हैं जिनका जिला और स्थानीय प्रशासन से जवाब बाकी है। फिलहाल गाँव के ग्रामीणों ने बंजर की भूमि चिन्हांकित कराकर सुरक्षित कराए जाने की माँग की है। 
अगले अंक हम आपको बताएंगे इन साईड स्टोरी। तत्कालीन एसडीएम का आदेश और आवंटन भूमि की बिक्री के नियम,,,,,