रायबरेली में एक से आठ तक यूनिफाॅर्म खरीदने को नहीं मिला पैसा

रायबरेली में एक से आठ तक यूनिफाॅर्म खरीदने को नहीं मिला पैसा

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को अभी तक यूनिफाॅर्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग आदि खरीदने के लिए 12-12 सौ रुपये की धनराशि नहीं मिल सकी है। ऐसे में बच्चे पुरानी ड्रेस और जूते-मोजे पहन कर स्कूल आ रहे हैं।

डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत बच्चों को धनराशि भेजी जानी है, जिसके लिए नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही एक अप्रैल से प्रक्रिया प्रारंभ हो गई थी। काफी बच्चों का सत्यापन हो चुका है। धनराशि पाने के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

कक्षा एक से आठ तक में पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफाॅर्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग और स्टेशनरी के लिए 1200 रुपये प्रदान किए जाते हैं। नया शैक्षिक सत्र शुरू हुए एक महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन अब तक किसी भी बच्चे को लाभ नहीं मिला है। सत्र शुरू होते ही डीबीटी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई थी, ताकि जल्द से जल्द सभी बच्चों का सत्यापन पूरा कराया जा सके।

डीबीटी के तहत प्रेरणा पोर्टल पर बच्चों का ब्योरा अपडेट होता है। इसके बाद विद्यालय स्तर पर डीबीटी प्रक्रिया के तहत बच्चों और उनके अभिभावकों के आधार का सत्यापन कराया जाता है। इसके बाद ब्लाक स्तर और फिर जिला स्तर पर सत्यापन के बाद धनराशि भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाती है।
जिला समन्वयक (सामुदायिक) डॉ. संजीव कुमार गुप्ता का कहना है कि अब तक प्रेरणा पोर्टल पर कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का ब्योरा अपडेट किया जा रहा है। अब तक एक लाख 48 हजार 957 दिखाए गए हैं। इनमें से एक लाख 15 हजार 823 बच्चों का सत्यापन कार्य स्कूल, ब्लाक और जिला स्तर पर पूरा करा लिया गया है।

इन बच्चों को धनराशि भेजे जाने के लिए बैच बनाए जा रहे हैं। ब्लाक स्तर पर 10539 और जिला स्तर पर 7123 बच्चों का सत्यापन लंबित है, जिसे दो-तीन दिन में पूरा कर लिया जाएगा। धनराशि भेजे जाने के संबंध में अभी कोई निर्देश नहीं मिला है। प्रयास होगा कि पहले चरण में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को धनराशि देकर लाभान्वित करा दिया जाए।