प्रयागराज हमले में घायल वकील की मौत, शोक सभा के बाद अधिवक्ताओं ने किया चक्का जाम

जनपद न्यायालय के अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्डू की शोक सभा करने के बाद जनपद न्यायालय के अधिवक्ताओं ने पूर्व एसएसपी कार्यालय के सामने चक्का जाम कर दिया है।
शोक सभा के दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने यह भी मांग की कि अखिलेश शुक्ला का शव कचहरी में ले आया जाए, जिससे अधिवक्ता उनका अंतिम दर्शन कर सकें लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी। पार्थिव शरीर मजार चौराहे से होते हुए रसूलाबाद घाट जाएगा जहां अखिलेश का अंतिम संस्कार होगा।
शुक्रवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्य में सहयोग नहीं कर रहे हैं। ज्यादातर अदालतों में पीठासीन अधिकारी नहीं बैठे हैं। बार के पदाधिकारी अधिवक्ताओं को समझने का प्रयास कर रहे हैं कि अब तक इस मामले में तीन गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस प्रशासन साथ है, किसी भी दशा में कोई भी आरोपित बच नहीं पाएगा।
इलाज के दौरान तोड़ा दम
सलोरी में सिंचाई विभाग के ठेकेदार और उसके साथियों के हमले में घायल वकील अखिलेश उर्फ गुड्डू शुक्ला की गुरुवार शाम लखनऊ में उपचार के दौरान मौत हो गई। गुड्डू पर रविवार रात हमला हुआ था। गंभीर हालत में उन्हें लखनऊ रेफर किया गया था। मामले में सिंचाई विभाग के ठेकेदार समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि गुरुवार रात ठेकेदार के सुपरवाइजर मनोज सिंह निवासी तिलापुर, जमधारवा रेवती बलिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले वकील की मृत्यु की खबर मिलते ही परिवार में शोक और अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त हो गया। चांदपुर सलोरी में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई है। अंत्येष्टि शुक्रवार सुबह रसूलाबाद घाट पर होगी जबकि जिला अदालत में शोक सभा के बाद अधिवक्ता न्यायिक कार्य नहीं करेंगे।
सलोरी में सिंचाई विभाग की ओर से रिवर फ्रंट रोड का काम कराया जा रहा है। रविवार रात गिट्टी और सीमेंट को मिक्स करने वाली मिक्सर मशीन वाली गाड़ी तेज गति से जा रही थी, तभी साथियों के साथ पैदल जा रहे अखिलेश ने ड्राइवर से धीमी गति में चलाने के लिए कहा। विवाद होने पर गाड़ी के ड्राइवर ने मुंशी, ठेकेदार समेत अन्य को बताया।
आरोप है कि कुछ देर बाद असलहे से लैस कई युवक अलग-अलग गाड़ी से गंगेश्वरधाम पहुंचे। वहां फायरिंग करते हुए अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला पर असलहे के बट से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। अखिलेश को लखनऊ रेफर कर दिया गया था। दो दिनों तक जिंदगी और मौत से वह जूझते रहे, लेकिन गुरुवार शाम सांस थम गई।
स्वजनों संग साथी अधिवक्ताओं को मौत की खबर मिली तो वह भी गम और गुस्से में डूब गए। मामले में नामजद आरोपित सिंचाई विभाग के ठेकेदार निखिल, सुपरवाइजर मनोज सिंह और उसके साथी प्रिंस को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है। डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने बताया कि घटना में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।



