रायबरेली-ऊंचाहार हत्याकांड में चार और गिरफ्तार , राजनैतिक रंग लेने पर एसपी ने चेताया,,,,

रायबरेली-ऊंचाहार हत्याकांड में चार और गिरफ्तार , राजनैतिक रंग लेने पर एसपी ने चेताया,,,,

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     रिपोर्ट-सागर तिवारी 

 ऊंचाहार- रायबरेली -  मानसिक रूप से कमजोर हरिओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर हत्या के मामले में चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही इस मामले में अब तक कुल नौ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पुलिस सभी हत्यारोपियों पर रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर लगातार नजर रखी जा रही है और इस घटना को जातिगत रंग देने या भ्रम फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मृतक हरिओम वाल्मीकि को भीड़ ने चोर समझकर पीटा था। वह फतेहपुर का रहने वाला था और स्थानीय लोग उसकी जाति से अनभिज्ञ थे, इसलिए इसमें जातिगत एंगल नहीं है।यह घटना 1 अक्टूबर की शाम को हुई थी। फतेहपुर निवासी मानसिक रूप से विक्षिप्त हरिओम अपनी ससुराल रायबरेली आया था और ऊंचाहार स्थित अपनी ससुराल जा रहा था। डांडेपुर गांव में कुछ लोगों ने उसे चोर समझकर पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी।
भीड़ ने हरिओम को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पिटाई के बाद आरोपी उसके शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए। अगले दिन, 2 अक्टूबर को, उसका शव ईश्वरदासपुर हॉल्ट के पास रेलवे ट्रैक से लगभग 20 मीटर दूर मिला।
पुलिस ने पिटाई के वायरल वीडियो के आधार पर जांच शुरू की और घटना में शामिल पांच लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब चार और आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ कुल नौ लोग हिरासत में हैं।
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं, सांसद राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक संयुक्त बयान जारी कर इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे "इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या" करार दिया है।
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर लिखा कि "रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या सिर्फ़ एक इंसान की नहीं - इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है।" उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत में "दलित, आदिवासी, मुसलमान, पिछड़े और ग़रीब - हर उस व्यक्ति को निशाना बनाया जा रहा है, जिसकी आवाज़ कमजोर है।" उन्होंने आरोप लगाया कि देश में "नफ़रत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है" और "संविधान की जगह बुलडोज़र ने ले ली है, और इंसाफ़ की जगह डर ने।"
वहीं, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना को "निर्मम और क्रूर हत्या" बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की। दोनों नेताओं के संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि जो रायबरेली में हुआ, "वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। दलित समुदाय के प्रति अपराध है, और इस देश व समाज पर कलंक है।"
इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने मंगलवार की शाम एक बयान जारी कर जानकारी दिया कि पूरे मामले में शिवप्रसाद अग्रहरि पुत्र स्व० संतदेई निवासी मखदुमपुर थाना गदागंज रायबरेली,  लल्ली पासी पुत्र जिया लाल, आशीष पासी पुत्र मेवालाल निवासीगण ग्राम पट्टी थाना ऊंचाहार, सुरेश गुप्ता पुत्र घनश्याम निवासी सराय मुगल राही थाना मिल एरिया रायबरेली को नियमानुसार गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही की गई है। जिन्हें बुधवार को जेल भेजा गया है। एसपी के अनुसार अभी तक घटना में शामिल कुल 09 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा घटना में शामिल 10-15 अन्य लोगों को चिन्हित कर गैर जनपदों व गैर प्रान्तों में दबिश दी जा रही है जिन्हें शीघ्र ही गिरफ्तार कर कठोर विधिक कार्यवाही की जायेगी।