रायबरेली-एनटीपीसी सभागार में कर्मयोग, मद्य निषेध एवं विकसित भारत पर संगोष्ठी का भव्य आयोजन

रायबरेली-एनटीपीसी सभागार में कर्मयोग, मद्य निषेध एवं विकसित भारत पर संगोष्ठी का भव्य आयोजन

-:विज्ञापन:-




  रिपोर्ट-सागर तिवारी

- मोबाइल फोन का अत्यधिक प्रयोग भी एक प्रकार का नशा

ऊंचाहार-रायबरेली,एनटीपीसी सभागार में कर्मयोग, मद्य निषेध एवं विकसित भारत संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण एवं सैनिक कल्याण विभाग तथा महानिदेशक उपाम व एस0आई0आर0डी0 श्री एल0 वेंकटेश्वर लू मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।
          संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य मिशन कर्मयोगी के तहत कर्मचारियों के क्षमता निर्माण, सहयोग एवं समन्वय को सशक्त बनाना, मद्य निषेध के प्रति लोगों को जागरूक करना एवं विकसित भारत की संकल्पना के लिए संवाद स्थापित करना रहा। अपर मुख्य सचिव एल0 वेंकटेश्वर लू ने कहा कि कर्मयोग का अर्थ केवल कार्य करना नहीं, बल्कि पुरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से दायित्वों का निर्वहन करना है और उसे समाज के कल्याण व राष्ट्र निर्माण से जोड़ना है। उन्होंने कर्मयोगी पहल की सराहना करते हुए  कहा कि यह पहले केवल सिविल सेवको तक ही सीमित था परंतु अब इसका क्षेत्र बहुत व्यापक हो गया है। उन्होंने सभागार में उपस्थित प्रधानाध्यापकों की सराहना करता करते हुए कहा कि कर्मयोगियों के निर्माण में आप सभी का महत्वपूर्ण योगदान है। हमें इसका क्षेत्र और बढ़ाना है तथा अन्य लोगों को भी इसमें शामिल करना है।
          राज्य मद्य निषेध अधिकारी  के.एल. राजवंशी ने कार्यक्रम के दौरान मद्य निषेध विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नशे के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए समाज में नशा मुक्त वातावरण बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा की मोबाइल की लत भी  एक डिजिटल नशा है। इससे भी लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। 
          इस अवसर पर विकसित उत्तर प्रदेश - समर्थ उत्तर प्रदेश 2047 के संकल्प को साकार करने हेतु नागरिक सहभागिता और प्रशासनिक जवाबदेही पर भी चर्चा हुई।
          संगोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय, कार्यकारी निदेशक एनटीपीसी ऊंचाहार अभय कुमार श्रीवास्तव,डीआईओएस संजीव सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सृष्टि अवस्थी  सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कॉलेजों के प्रधानाचार्य एवं स्टेकहोल्डर उपस्थित रहे।मंच का संचालन अभिषेक द्विवेदी ने किया। अंत में प्रतिभागियों ने नशा मुक्त, सशक्त और विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया।