Raibareli-गेगासो चौकी क्षेत्र के अंतर्गत धड़ल्ले से हो रही अवैध हरे पेड़ों की कटान*

Raibareli-गेगासो चौकी क्षेत्र के अंतर्गत धड़ल्ले से हो रही अवैध हरे पेड़ों की कटान*

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रिपोर्ट-सुधीर अग्निहोत्री

*अवैध लकड़ी कटान के लिए वनमाफियाओं के मुफीद है गेगासो चौकी क्षेत्र*

*जिम्मेदार मोटी रकम लेकर मूंद लेते हैं आंखे*

*खाऊ कमाऊ नीति के चलते लापरवाही बरत रहे हैं जिम्मेदार*

*हरियाली को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा प्रति वर्ष खर्च किये जाते हैं करोड़ों रुपये*


सरेनी-रायबरेली-वन विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है!इसके बाद भी विभाग वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है!प्रशासन भी वनमाफियाओं से लेनदेन कर इस तरफ अनदेखी कर रहा है!जबकि हर वर्ष सरकार व प्रशासन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाता है! इस पर सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं,विभिन्न संस्थाएं भी लगातार जागरूक करते हुए पौधरोपण कर रही हैं,जिससे हमारा क्षेत्र व देश हरा भरा रहे और प्रकृति संरक्षण का सपना साकार हो सके!जबकि उसकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग ही खाऊ कमाऊ नीति के चलते लापरवाही बरत रहे हैं!एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जहां गेगासो चौकी क्षेत्र के अंतर्गत शिवपुरी में वनमाफियाओं द्वारा हरे नीम के पेड़ों को काटकर जमींदोज कर दिया गया और इस बाबत जिम्मेदार धृतराष्ट्र बने रहे!गेगासो पुलिस चौकी से महज चंद कदमों की दूरी पर वनमाफिया तांड़व कर रहे थे और इस दौरान गेगासो चौकी पुलिस अंजान बनी रही!वहीं बुद्धिजीवियों की मानें तो वनमाफियाओं से ठीकठाक मोटी रकम लेकर ही गेगासों चौकी पुलिस ने मूक सहमति दे रखी थी!यदि ऐसे नहीं होता तो इलेक्ट्रिक आरा की आवाज सुनाई देने के बावजूद भी अवैध कटान को क्यों नहीं रोका गया!वहीं मीडिया द्वारा मामला प्रकाश में लाने के बाद ही पुलिस हरकत में क्यों आई,यह बड़ा सवाल है,जो कि गेगासो चौकी.पुलिस की ईमानदारी पर बट्टा लगा रही है!अब देखना अहम होगा कि इस बार भी मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा या फिर वनमाफिया के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा,यह तो आने वाला समय ही तय करेगा!

*सरेनी स्थित आरामशीनों पर हरी लकड़ियों की रहती है भरमार*

सरेनी क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा आरा मशीनें चलती हैं! इनमें हर समय आम,नीम,जामुन,शीशम,महुआ की हरी लकड़ी चीरने के लिए मौजूद रहती है!लेकिन पुलिस या वन विभाग को यह दिखाई नहीं पड़ता!यहां कभी कोई जांच के लिए भी नहीं जाता!

*इधर जुर्माना अदा,उधर कटान शुरु*

सरेनी क्षेत्र में वन विभाग व पुलिस की मिलीभगत से हरियाली पर आरा चलाया जा रहा है!जब कोई शिकायत करता है तो वन विभाग द्वारा लकड़कट्टों के ऊपर मुकदमा लिखाने के बजाय जुर्माना कर मामले को रफा दफा कर दिया जा जाता है!लकड़़कट्टे जुर्माना जमा कर फिर दूसरा पेड़़ काटना शुरू कर देतें है!सूत्रों की मानें तो सरेनी क्षेत्र में वन रक्षक सरकारी शीशम के पेड़ों को भी ठेकेदारों से मिलकर बेंच लेते हैं!

*परमिट एक-दो पेड़ का,कट जाती है बाग*

सरेनी क्षेत्र में जगह-जगह पर हरे पेड़ो की खुलेआम कटान हो रही है!हरियाली के दुश्मन वन विभाग से एक पेड़ का परमिट बनवाकर पूरी-पूरी बाग काट डालते हैं!इस समय क्षेत्र के रामपुर,रालपुर गेगासो,शिवपुरी,बैरुआ,दौलतपुरआदि स्थानों पर पेड़ों की कटान चल रही है!खुलेआम हरियाली को उजाड़ा जा रहा है!सबसे खास बात यह है कि मीडिया द्वारा जिम्मेदारोंं को सूचना देने के बावजूद थाने में अवैध पेड़़ कटान का मुकदमा नहीं लिखा जाता!कभी कभार फाइल मेंटेन करने हेतु महज औपचारिकता के लिए एक-दो मुकदमे लिख दिए जाते हैं!जबकि हरे पेड़ों की लकड़ियों से लदे ट्रैक्टर पूरे दिन सड़क पर दिखाई देते हैं!