रायबरेली-गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण में रोका गया बकुलाही झील का प्रवाह , दर्जनों गांवों के लिए बढ़ा खतरा

रायबरेली-गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण में रोका गया बकुलाही झील का प्रवाह ,  दर्जनों गांवों के लिए बढ़ा खतरा

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        रिपोर्ट-सागर तिवारी


ऊंचाहार - रायबरेली -रोहनिया ब्लाक के लिए अभिशाप बनी बकुलाही झील को अब गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण विकराल बना रही । झील का प्रवाह एक्सप्रेस वे ने रोक दिया है । जिससे सैंकड़ों एकड़ भूमि की फसल पानी में डूब गई है । साथ ही दर्जनों गांवों के लिए खतरा पैदा हो गया है।
        रोहनिया ब्लाक क्षेत्र से निकलने वाला गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य यूपीडा कार्यदाई संस्था द्वारा कराया जा रहा है। निर्माण में जद में आ रहे उमरन गांव के पास स्थित तालाब को संस्था  मिट्टी द्वारा पाट कर एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है । इसी तालाब से होकर बाकुलाही झील का प्रवाह है । जिससे पहले से बगल में जल निकासी के लिए बना नाला अवरुद्ध हो गया है ।जिससे बरसात का पानी  उमरन, रायपुर, सेमरा, भखरी , पावरगंज , सुमेरबाग, पटेरवा , पूरे मदारी, मुरारमऊ, पूरे बेचू ,गौसपुर, पूरे बल्दू, सहित गांव में लगातार हो रही बारिश से सैकड़ो बीघा धान की फसल जलमग्न हो गई है।और लोगो के घरों में पानी घुसने लगा है ।  रविवार को उमरन प्रधान प्रतिनिधि रणजीत प्रताप सिंह की अगुवाई में संजय सिंह, अभिषेक सिंह, अजीत कुमार छोटेलाल , जगदीश यादव, केदार नाथ, शिव प्रताप, गजाधर, लाल जी, देशराज, संजय, सहित सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने एक्सप्रेसवे का चल रहा है काम को रोक कर धरना प्रदर्शन किया है। ग्रामीणों ने  जल निकासी के लिए यूपीडा के अधिकारियों से बात करने और  जल भराव से निजात मिलने की मांग करने लगे । धरना प्रदर्शन की खबर सुनकर कार्यदाई संस्था आई टी डी के एच आर राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की समस्या को अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करा कर दो दिन में निस्तारण करने की बात कही। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रंजीत प्रताप सिंह के कहने पर ग्रामीणों ने दो घंटे बाद धरना प्रदर्शन बंद किया ।