रायबरेली-रंगमंच के माध्यम से स्वयं सेवियों ने सामाजिक बुराइयों पर किया प्रहार

रायबरेली-रंगमंच के माध्यम से स्वयं सेवियों ने सामाजिक बुराइयों पर किया प्रहार

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  रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार - रायबरेली -नगर के गवर्मेंट पीजी कालेज के स्वयं सेवियों ने राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम के तहत शनिवार को नाटक के माध्यम से सामाजिक बुराइयों पर प्रहार किया और ग्रामीणों में इन बुराइयों के विरुद्ध चेतना का संचार किया । 
   शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के दिवस का आरंभ 50  स्वयंसेवियों द्वारा अधिग्रहीत गाँव “बद्दा मियाँ का पुरवा “ में योगाभ्यास से हुआ ।प्रथम सत्र में एनएसएस  के स्वयंसेवियों ने “ रंगमंच से व्यक्तित्व विकास एवम् सामाजिक परिवर्तन” पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षक के रूप में थिएटर आर्ट्स वर्कशॉप(लखनऊ) के संचालक प्रफुल त्रिपाठी , डॉ रोहित यादव, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर एमिटी स्कूल ऑफ़ लैंग्वेजेजे एमिटी यूनिवर्सिटी एवम्  जतिन कनौजिया थिएटर आर्टिस्ट रहे।  इनके प्रशिक्षण में स्वयंसेवियों ने सामाजिक मुद्दों जैसे की दहेज प्रथा , नशमुक्ति , लैंगिक भेद पर गाँव वालों के सामने एक नुक्कड़ नाटक प्रदर्शित कर गाँव वालों को जागरूक किया।भोजन के उपरांत द्वितीय सत्र में स्वयंसेवियों ने नेहरू युवा केंद्र और एनएसएस द्वारा जल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का संचालन  एनएनएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. दीक्षा शर्मा  के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने इस मौके पर कहा कि एक व्यक्ति को विभिन्न प्रशिक्षण मॉड्यूल से गुजरना पड़ता है, जिसका उद्देश्य उसकी सर्वांगीण क्षमताओं को बढ़ाना है, उनमें से कुछ हैं रचनात्मकता, सहजता, आत्म-साक्षात्कार, आत्मविश्वास, शारीरिक भाषा, भाषण, टीम-भावना, अनुशासन, समय की पाबंदी, समय प्रबंधन, धैर्य, सहानुभूति, करुणा, प्रेरणा और बहुत कुछ। उन्होंने कहा कि इस विशेष शिविर में यही सब हुआ है ।अंत में राष्ट्रगान के साथ छठा दिवस के कार्यक्रम का सफल समापन हुआ।