रायबरेली-वन माफिया के संरक्षणकर्ता बने वन विभाग में तैनात दरोगा अंकित सिंह

रायबरेली-वन माफिया के संरक्षणकर्ता बने वन विभाग में तैनात दरोगा अंकित सिंह
रायबरेली-वन माफिया के संरक्षणकर्ता बने वन विभाग में तैनात दरोगा अंकित सिंह

-:विज्ञापन:-

ब्यूरो रिपोर्ट

रायबरेली- सफेद कटान पर अंकुश नहीं लग पा रहे हैं रेंजर आपको बता दे की लगातार क्षेत्र में वन माफिया डाल से अवैध कटान कर रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी विभाग की सुस्ती के कारण किस तरह से वन माफी या बेवकूफ होकर हरियाली पर आर चला रहे हैं वन विभाग में तैनात दरोगा अंकित सिंह की संरक्षण में वन माफिया चला रहे हैं हरियाली पराड़ा पीड़ित ने शिकायती पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार पीड़ित ने बताया है कि किसानी पेशा व्यक्ति है जो किसी प्रकार खेती-किसानी कर अपने परिवार का संचालन करता है। प्रार्थी के परिवारीजन जो कि बाहर रहते है। होली के त्योहार में प्रार्थी के घर में न होने का फायदा उठाते हुए उपरोक्त प्रतिपक्षीगणो ने पुरानी रंजिश को लेकर प्रार्थी के खेत में लगे 18 हरे पेडो (दशहरी आम, चौसा आम, फजली आम, अम्रपाली आम) को दिन में लगभग 3 बजे काट डाला जब प्रार्थी प्रतिदिन की भाँति खेत में बरशीम लेने के लिए पहुँचा तो देखा कि प्रतिपक्षीगण प्रार्थी के खेत में लगे पेड़ों को काटने में लगा हुआ है। जब प्रार्थी द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो प्रतिपक्षीगणों ने मद्दी-भ‌द्दी गालियों देते हुए कुल्हड़ी लेकर दौड़ा लिया अगर प्रार्थी मौके से भाग न आता तो जान से मार डालते। जिसके बाद प्रार्थी द्वारा डायल 112 पुलिस को मौके पर बुलाया गया परन्तु प्रतिपक्षीगण मौके से फरार हो गये थे। प्रतिपक्षीगण जो कि एक सरहंग, दबंग व गुण्डा किस्म के व्यक्ति है जिनके द्वारा पूर्व में भी लाखो के नुकसान किए जाने व पूरे परिवार को मिट्टी में मिला देने की धमकी दी जा चुकी है। प्रतिपक्षीगण किसी भी घटना को अंजाम देने में सक्षम है। इस घटना से प्रार्थी व प्रार्थी का पूरा परिवार डरा व सहमा हुआ है। अगर प्रतिपक्षीगणो के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है हालांकि देखने वाली बात क्या होगी क्या इन वन माफिया पर वन विभाग के अधिकारी या फिर पुलिसकर्मी क्या कार्यवाही करते हैं या फिर ऐसे ही वन माफिया हरियाली पर आरा चलाते रहेंगे