रायबरेली-बहाई चौकी से चंद कदमो की दूरी पर बिना रोक टोक चल रहा है हरे पेड़ों पर आरा

रायबरेली-बहाई चौकी से चंद कदमो की दूरी पर बिना रोक टोक चल रहा है हरे पेड़ों पर आरा

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824

रायबरेली-वन में वृक्षों का वास रहने दो, झील झरनों में सांस रहने दो। वृक्ष होते हैं, वस्त्र जंगल के, छीन मत ये लिबाज रहने दो। वृक्ष पर घोंसला है चिड़िया का, तोड़ मत ये निवास रहने दो...। हरियाली के सीने पर लापरवाहों का आरा चलने के बाद कवि के मुख से निकली यह पंक्तियां हरे पेड़ों की व्यथा को कहती है। कुछ ऐसी ही व्यथा जिलों के उन हजारों हरे पेड़ों की भी है, जो आए दिन लकड़कट्टों के आरों से गिराए जा रहे हैं। जिले में अवैध कटान तेजी से किया जा रहा, जिस पर न तो वन विभाग और न ही पुलिस प्रशासन ही अंकुश लगा पा रहा है। जंगल अब ठूंठ में तब्दील होते जा रहे हैं। आर्थिक लाभ के कारण जिले में पेड़ों का कटना बदस्तूर जारी है। पेड़ों के लगातार कटान से जहां एक ओर पक्षी गान तक शांत हो गया है लालगंज कोतवाली क्षेत्र के बहाई चौकी से चंद कदमो की दूरी पर हरे पेड़ो पर ठेकेदारो का आरा चल रहा है आपको बता दे महुवा की बाग पर ठेकेदारों ने हरियाली पर आरा चला दिया महुवा की बाग पूरी तरह से साफ हो गयी है अब देखना यह होगा कि क्या इन ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही होती है या नही ये तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन जिस तरह चौकी से चंद कदमो की दूरी पर आरा चल रहा है यह सवालों के घेरे में है एक नही कई पेड़ो पर चला हरियाली पर आरा,दो ठेकेदारो के बीच महुवा की बाग पर चलवाया आरा ,अब देखना है कि वम विभाग के अधिकारी क्या कार्यवाही करते है