रायबरेली-घटिया निर्माण कार्य में अधिशाषी अधिकारी की कार्रवाई मात्र खानापूर्ति, ठेकेदार के आगे अधिकारी नतमस्तक,,

रायबरेली-घटिया निर्माण कार्य में अधिशाषी अधिकारी की कार्रवाई मात्र खानापूर्ति, ठेकेदार के आगे अधिकारी नतमस्तक,,

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  रिपोर्ट-सागर तिवारी




ऊंचाहार-रायबरेली- नगर के वार्ड नम्बर 03 मजहरगंज में मे किए घटिया गुणवत्ता से निर्माण कार्य में अधिशाषी अधिकारी की कार्रवाई मात्र खानापूर्ति साबित हुई है। लाखों कीमत से किए गए इस कार्य में मानकों की अनदेखी की गई। चन्द दिनों पहले लगी इंटरलॉकिंग सड़क भ्रष्टचार की भेंट चढ़ गई। सड़क के दोनों ओर नाली निर्माण घटिया गुणवत्ता से किया गया है। 
      मंगलवार को मजहरगंज मोहल्ले में हो रहे पुराने और पीले ईंटों के साथ गुणवत्ता विहिन नाली निर्माण कार्यों को लेकर दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इसपर अधिशाषी अधिकारी सिकंदरदित्य ने ठेकेदार को नोटिस जारी कर जवाब मांगने का दावा किया किन्तु इस नोटिस का ठेकेदार पर की असर नहीं पड़ा उसके आगले दिन भी पीले और घटिया गुणवत्ता मसाले से कार्य होता रहा। बुधवार को फिर से खबर प्रकाशित करने पर ईंटों की गुणवत्ता बदल दी गई। गुरुवार को दो नम्बर ईंटों से नाली निर्माण कार्य होता रहा। पहले से पुराने और पीले ईंट नाली निर्माण में पेवस्त हैं। इसपर अभी भी की कारवाई नहीं की गई है। अधिशाषी अधिकारी सिकंदरदित्य और कार्यदाई संस्था के बीच ये रिश्ता आखिर क्या कहलाता है? आधा से भी ज्यादा नाली और इंटरलॉकिंग सड़क का कार्य घटिया गुणवत्ता से करा दिया गया। लेकिन अधिशाषी अधिकारी सिकंदरदित्य की कार्रवाई मात्र नोटिस तक सीमित रह गई। ठेकेदार और अधिशासी अधिकारी का गंठजोड़ सरकारी धन की बर्बादी का जीता जगता मिसाल है। यह हाल मात्र नाली निर्माण का नहीं है अपितु इसी कार्यदाई संस्था द्वारा पूर्व में भी इसी मोहल्ले करीब एक सौ मीटर आगे किए गए इंटरलॉकिंग सड़क और नाली निर्माण में जमकर धांधली की गई खुले आम मानकों का मखौल उड़ाया गया। बड़ी बात यह है कि इतना घोटाला होने के बाद भी अधिशाषी अधिकारी सिकंदरदित्य समेत आला अधिकारी कार्यदाई संस्था पर महरबान हैं। मामले में अधिशाषी अधिकारी सिकंदरदित्य अपने बयान में कहते हैं कि ठेकदार आपको फोन करके मिल लेंगे।