रायबरेली-डलमऊ पंप कैनाल बंद, 80 नहरों में उड़ रही धूल

रायबरेली-डलमऊ पंप कैनाल बंद, 80 नहरों में उड़ रही धूल

-:विज्ञापन:-

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

रायबरेली-सिंचाई विभाग के अभियंताओं की मनमानी से किसान सिंचाई के संकट से जूझ रहे हैं। गेहूं की फसल में सिंचाई करनी है, पर डलमऊ पंप कैनाल से जुड़ी 80 नहरों में धूल उड़ रही है। ऐसे में एक लाख किसान सिंचाई न हो पाने से परेशान हैं।डलमऊ पंप कैनाल में 20 पंप लगे हैं, जिनकी हालत पतली है। कभी चार तो कभी छह पंप ही चल पाते हैं। मौजूदा समय में एक पंप भी नहीं चल रहा है।

डलमऊ पंप से 80 नहरें जुड़ी हैं, जिनसे सतांव, जगतपुर, दीनशाह गौरा, ऊंचाहार ब्लॉक क्षेत्र के किसान सिंचाई करते हैं। इस समय किसान गेहूं की पहली सिंचाई के लिए नहरों में पानी आने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन पंप नहीं चलाए जा रहे हैं। भाकियू नेता मनोज कुमार यादव, प्रमोद पटेल, राधेश्याम, अशोक कुमार ने बताया कि डलमऊ पंप कैनाल की मोटरें और पंप जर्जर हैं, आए दिन खराब रहते हैं।

435 नहरों का फैला जाल
जिले में 435 नहरें हैं। इनको शारदा सहायक और डलमऊ पंप कैनाल से पानी मिलता है। डलमऊ पंप कैनाल से जुड़ी 80 नहरें सूखी हैं। डलमऊ पंप कैनाल नहीं चल पा रहा है। शारदा सहायक से जुड़ी नहरों में पानी पहुंचाया जा रहा है। किसानों का कहना है कि यदि समय से पानी नहीं मिला, तो गेहूं की फसल खराब हो जाएगी।

गंगा का जलस्तर कम होने से दिक्कत 

वही सहायक अभियंता सिंचाई खंड छह.आनंद कुमार ने बताया कि  डलमऊ पंप कैनाल की मोटरें और पंप ठीक हैं। गंगा का जलस्तर कम होने की वजह से पंप नहीं चल पा रहे हैं। सिल्ट हटाकर पानी को पंप तक लाने का प्रयास किया जा रहा है। पानी पहुंचते ही पंप चालू कराए जाएंगे।