रायबरेली के दुकानदार की हत्या नवाबगंज के युवक ने की थी दुकानदार की थी हत्या

रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)
मो-8573856824
ऊंचाहार के रहने वाले किराना दुकानदार की हत्या उनके बेटे की ससुराल के रहने वाले रामराज उर्फ पंडित ने की थी। नवाबगंज पुलिस ने बृहस्पतिवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का दावा है कि आरोपी मानसिक रूप से बीमार और नशे का आदी है।इसी वजह से उसने दुकानदार पर हमला किया और उन्हें पीट-पीटकर मार डाला।
पुलिस का दावा है कि दुकानदार का चाकू से गला नहीं रेता गया था। पुलिस के खुलासे पर लोग सवाल भी उठा रहे हैं। सीओ कुंडा अजीत कुमार सिंह के मुताबिक ऊंचाहार इलाके के पूरे गौतमन मजरे मदारीपुर गांव निवासी किराना दुकानदार बृजेश सिंह (56) बुधवार को अपने छोटे बेटे अंकित की ससुराल प्रतापगढ़ जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के झोकवारा गांव आए थे।
शाम करीब आठ बजे बुलेट से भाई के पौत्र अनुराग के साथ घर लौट रहे थे। गाड़ी अनुराग चला रहे थे, जबकि बृजेश पीछे बैठे थे। बेटे के ससुराल के रहने वाले 22 वर्षीय पंडित गांव के बाहर मौजूद था। उसी ने बुलेट के पीछे बैठे दुकानदार पर लाठी से हमला किया। उनके पौत्र ने विरोध किया तो उन्हें भी पीट दिया। इस पर अनुराग जान बचाकर भागा।
इस दौरान पंडित ने दुकानदार पर लाठी से दो से तीन और वार कर दिए। उनके सिर में गंभीर चोटें आई थीं। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना में प्रयुक्त लाठी बरामद की ली गई। सीओ के मुताबिक पंडित की दुकानदार से किसी तरह की रंजिश की बात सामने नहीं आई है। जांच में पाया गया कि आरोपी मानसिक रूप से बीमार और नशे का आदी है। उधर, लोग सवाल उठा रहे हैं कि एक युवक कैसे इस तरह दुकानदार की हत्या कर सकता है। घटना में और कई
लोग शामिल थे, जिन्हें पुलिस ने बचा लिया।
रह-रहकर रो पड़ते परिजन
ऊंचाहार (रायबरेली)। पोस्टमार्टम के बाद किराना दुकानदार का शव गांव पहुंचा तो परिजनों में रोना पीटना मच गया। पत्नी मीना सिंह रह-रहकर रो पड़ती। कहती हैं कि यह सब कैसे हो गया। वह तो घर से ठीक गए थे। बृजेश तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनके बड़े बेटे विनीत सिंह गुजरात के बड़ोदरा में पावर कॉर्पोरेशन में जेई के पद पर कार्यरत हैं, जबकि छोटा बेटा अंकित सिंह वन दरोगा हैं। उनकी बहू रोहिणी सिंह पुलिस विभाग में महिला कांस्टेबल हैं। दोनों की तैनाती सोनभद्र जिले में है। रिश्तेदारों के कई बार बुलाने पर दुकानदार छोटे बेटे की ससुराल झोकवारा गए थे।



