जयमाला से पहले दुल्हन बोली- प्रेमी संग लूंगी सात फेरे, 'सच्चे आशिक' को मिलाया फोन तो जवाब सुन रह गई दंग

यूपी के हमीरपुर में आयोजित एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान एक दुल्हन ने दूल्हे को वरमाला पहनाने से ही इनकार कर दिया। दुल्हन ने प्रेमी संग सात फेरे लेने की बात कह दी और कह दिया वही मेरा सच्चा आशिक है।
कस्बे के श्री गायत्री तपोभूमि प्रांगण में सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन एक स्वयंसेवी संस्था द्वारा किया गया था। सुरौली बुजुर्ग की एक युवती का विवाह कुरारा थानाक्षेत्र के खरौंज गांव के एक युवक के साथ तय हुआ था। युवक गाजे-बाजे के साथ बरात लेकर तपोभूमि पहुंचा। यहां पर रात 10 बजे सामूहिक वरमाला कार्यक्रम में युवक-युवती को बुलाया गया।
प्रेमी ने आने से किया इनकार
युवती ने जैसे ही दूल्हे को देखा तो शादी से इनकार करते हुए वरमाला पहनाने से मना कर दिया और प्रेमी संग सात फेरे लेने की बात कहकर सनसनी पैदा कर दी। दुल्हन ने प्रेमी को कॉल करके बुलाया, लेकिन वह आने के लिए तैयार नहीं हुआ। तब मामला थाने तक जा पहुंचा।
थाने में युवती को समझाया गया
थाने में पुलिस के साथ युवती के स्वजन ने उसको समझाया, तब कहीं जाकर वह वरमाला पहनाने को तैयार हुई। इसके बाद विवाह की सभी रस्में पूर्ण करके तड़के विदा किया गया। यह घटना विवाह स्थल में चर्चा का विषय बनी रही।
सामूहिक विवाह समारोह में 351 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
उरई में कालपी रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी में मुख्यमंत्री
सामूहिक विवाह योजना के तहत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विधि-विधान से कुल 351 जोड़ों का विवाह हुआ। जिसमें प्रभारी राज्यमंत्री गन्ना विकास व चीनी उद्योग विभाग संजय सिंह गंगवार ने पहुंचकर वर वधू को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना समाज के वंचित वर्गों को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनकी बेटियों की शादी का बोझ भी हल्का करती है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता है कि गरीबों तक हर लाभकारी योजना का लाभ पहुंचे। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि समाज में सामूहिकता और समरसता को भी बढ़ावा देती है। सरकार महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है। इसके तहत उन्हें रोजगार के अवसर भी मुहैया कराए जा रहे हैं



