रायबरेली-इमामबाड़ा कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का आदेश और हाई कोर्ट का फरमान

रायबरेली-इमामबाड़ा कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का आदेश और हाई कोर्ट का फरमान

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 रिपोर्ट-सागर तिवारी

ऊंचाहार-रायबरेली- वक्फ कब्रिस्तान इमामबाड़ा की भूमि पर बनी दूकानों पर गिद्धों की कब्जेदारी और धांधली की परत दर परत खुलने लगी हैं। गिद्धों ने न सिर्फ इमामबाड़ा कब्रिस्तान की भूमि पर बनी दूकानों के आवंटन में घपला किया अपितु तथ्यों को छिपा कर उच्च न्यायालय को गुमराह करने का दुस्साहस किया है। हुकूमत में रहते मुलाजिम पिता ने वक्फ इमामबाड़ा कब्रिस्तान की दूकान आवंटित कराया । पिता समेत पुत्रों के नाम चार दूकान आवंटित हैं। किराया न जमा करके कब्जे के प्रयास पर निगम द्वारा जारी नोटिस के साथ ही अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने का भी आदेश आदेश जारी है। 
         ऊंचाहार मुस्तफाबाद कोतवाली रोड स्थित इमामबाड़ा कब्रिस्तान की भूमि पर बनी दुकानों में सरकारी सेवा में बतौर शिक्षक माध्यमिक विद्यालय मुस्तफाबाद में तैनाती के दौरान दोहरा लाभ लेते हुए स्वयं के नाम बतौर किराएदार आवंटन लिया। इनके तीनों बेटों ने भी वक्फ की दूकानों में किराया अदा करने के एवज में आवंटन ले लिया। लम्बे समय से कब्जा और दूकानों का किराया न जमा करने पर शिकायत के बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने पत्र संख्या 209अoसoअo वर्ष 2021 22– में जारी कर आईपीसी की धारा के नियमों के अन्तर्गत धार्मिक पूजा स्थल, वक्फ की सम्पत्ति पर अवैध कब्जे के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत आदेश पारित किया है। इतना ही नहीं अवैध कब्जादरों के विरुद्ध उत्तर प्रदेश वक्फ विकास निगम लखनऊ के एजीएम द्वारा वर्ष 2020 में अपने पत्र संख्या 357 में किराए की धनराशि रिकवरी पत्र जारी किया है। इसपर गिद्धों में हड़कंप मच गया और अपनी बचाव के लिए उच्च न्यायालय खण्ड पीठ लखनऊ की शरण लिया। इसमें भी न्यायालय से राहत नहीं मिली अपितु वाद खारिज कर न्यायालय ने इन्हें बकाया जमा कराने का आदेश पारित कर दिया। न्यायालय से राहत न मिलने पर इन गिद्धों ने नई रणनीति बनाई और फर्जी और मनगढ़ंत कहानी की रचना की और एक बार न्यायलय की गुमराह करने का दुस्साहस किया। बने रहे हमारे साथ आगे की अंक में बताएंगे किस तरह गिद्धों ने अपने करीबियों के साथ मिलकर कूटरचना कर मकड़जाल बुना और तथ्यों को छिपाकर किसे वक्फ का मुतवल्ली और सचिव बनाया। इन साईड स्टोरी जानने के लिए बने रहे आर एक्सप्रेस पर...?