इस बार गर्मी तोड़ सकती है कई रिकॉर्ड्स, डॉक्टर्स बोले अभी से हो जाइए सावधान, इन चीजों का कम कर दें सेवन

देश के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। राजधानी दिल्ली में औसत तापमान अभी से 33-35 के बीच बना हुआ है, विशेषज्ञों का मानना है कि अप्रैल में तापमान 40 तक पहुंच सकता है जिसके कारण स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के बढ़ने का खतरा हो सकता है।
कई रिपोर्ट्स इस बात को लेकर भी लगातार चिंता जताते रहे हैं कि इस बार की गर्मी पुराने कई रिकॉर्ड्स को तोड़ सकती है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपनी रिपोर्ट में पहले ही बताया है कि साल 2025 की फरवरी अब तक की तीसरी सबसे गर्म फरवरी रही है।
मौसम के पूर्वानुमानों के आधार पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बार अप्रैल के अंत से ही हीटवेव को लेकर सभी लोगों को सावधान किया है।
फरवरी में तापमान ने तोड़े कई रिकॉर्ड्स
एक मीडिया रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने बताया कि देश के अधिकतर राज्यों में फरवरी में तापमान सामान्य से कम एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस तरह बढ़ता तापमान स्वास्थ्य संबंधित कई प्रकार की दिक्कतों को भी बढ़ाने वाला हो सकता है।
बढ़ते तापमान को ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक जैसे गंभीर समस्याओं के साथ मृत्यु दर को भी बढ़ाने वाला माना जाता रहा है। बच्चे और बुजुर्गों के लिए ये और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, इसलिए सभी लोगों को अभी से अपनी सेहत को लेकर सावधान हो जाना चाहिए।
तापमान में बढ़ोतरी होना सेहत के लिए नुकसानदायक
गुरुग्राम स्थित एक अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन के डॉ. अभय गोयल बताते हैं, जलवायु परिवर्तन की वजह से वैश्विक तापमान में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है, इससे गंभीर बीमारियों के बढ़ने का भी खतरा हो सकता है। हमारा शरीर एक नियत ताप सहन करने की ही क्षमता रखता है। सामान्यतौर पर हमारा शरीर 43-45 डिग्री तापमान को कुछ समय तक सहन कर सकता है, हालांकि जैसे-जैसे इसमें बढ़ोतरी होती जाती है, इसके कई प्रकार के दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
जब शरीर लंबे समय तक उच्च तापमान के संपर्क में रहता है, तो इसके कारण आप हीट एग्जॉशन के शिकार हो सकते है। इसके कारण कमजोरी, चक्कर आने, मतली और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यदि इसका समय पर इलाज न किया जाए तो इससे हीट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है।
डॉक्टर की सलाह कैफीन वाली चीजों का कम कर दें सेवन
डॉक्टर कहते हैं गर्मी के दिनों में सभी लोगों को चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक के सेवन से बचना चाहिए। इनमें कैफीन की अधिकता होती है। अगर आपको लगता है कि गर्मी से बचाने में कोल्ड ड्रिंक्स मददगार हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। इसके सेवन से राहत नहीं, बल्कि शरीर में पानी की मात्रा कम होने की आशंका ज्यादा रहेगी। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पीना की कमी होने के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है।
गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाव के लिए करिए ये काम
लू-गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाव के लिए बुजुर्गों और छोटे बच्चों को लंबे समय तक धूप में रहने से बचना चाहिए। इससे शरीर में पानी की कमी होने और हीटस्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है। चूंकि इस बार गर्मी बढ़ने का खतरा अधिक बताया जा रहा है इसलिए अभी से ही सभी लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। गर्मी के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं या हीटस्ट्रोक से बचाव के लिए कुछ उपायों पर ध्यान देते रहना आवश्यक है।
- दिनभर में खूब मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पीते रहें।
- हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनें।
- बाहर निकलते समय सिर और पूरे शरीर को ढककर रखें।
- 11 बजे से दोपहर 4 बजे के बीच बाहर जाने से बचें।
- शराब, कॉफी-चाय आदि से भी बचें। इससे निर्जलीकरण होने का खतरा और बढ़ जाता है।
- हीटस्ट्रोक के लक्षण नजर आ रहे हैं तो समय रहते डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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