महा कुम्भ: कुम्भ में होटल किराया सुनेंगे तो घर के सामने 'गंगास्नान' करना पड़ेगा

12 साल बाद महा कुम्भ। 13 जनवरी से शुरू हुआ। डेढ़ महीने तक चलेगा। प्रशासन का अनुमान है कि डेढ़ महीने में 40 करोड़ से ज्यादा पुण्यर्थी प्रयागराज में कदम रखेंगे। और यह अनुमान सच साबित होता हुआ दिख रहा है, महा कुम्भ मेला की शुरुआत में ही इसका असर दिखने लगा है।
होटलों में जगह नहीं मिल रही है। अतिरिक्त ट्रेनें भी भीड़ को संभालने में नाकाम हो रही हैं।
फ्लाइट बुकिंग में तेजी से वृद्धि हो रही है। देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से पुण्यर्थी प्रयागराज आ रहे हैं।
महा कुम्भ मेला में पहुंचने के लिए कई यात्री हवाई मार्ग का चयन कर रहे हैं। ixigo के ग्रुप सीईओ आलोक बाजपेयी कहते हैं, “प्रयागराज में इस बार 20 हवाई अड्डों से सीधी फ्लाइट आ रही हैं। पिछली कुम्भ मेला में सिर्फ दिल्ली से प्रयागराज के लिए सीधी फ्लाइट की सुविधा थी। इस बार विमान से प्रयागराज आने वाले पुण्यर्थियों की संख्या कई गुना बढ़ गई है।”
पिछले साल के मुकाबले इस बार प्रयागराज आने के लिए विमान बुकिंग में 162 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रयागराज के पास स्थित वाराणसी और लखनऊ एयरपोर्ट पर भी यात्री संख्या बढ़ी है। वाराणसी में विमान बुकिंग 127 प्रतिशत बढ़ी है, और लखनऊ में 42 प्रतिशत। 30 दिन पहले विमान बुकिंग करने पर देश के विभिन्न हिस्सों से प्रयागराज आने में औसतन 7,000 से 10,000 रुपये का खर्च आ रहा है। हालांकि, विमानों की संख्या के मुकाबले टिकट की मांग ज्यादा होने के कारण भोपाल से सीधी प्रयागराज आने का टिकट 17,000 रुपये तक का हो रहा है। साथ ही, जिन दिनों पुण्यस्नान है, उन दिनों टिकटों की कीमत काफी ज्यादा होती है। जैसे 27 जनवरी को मुंबई से प्रयागराज आने का हवाई किराया 27,000 रुपये है। पिछले साल के मुकाबले जयपुर, बेंगलुरु, नागपुर नागपुर, कोच्चि और मुंबई जैसे स्थानों से प्रयागराज आने के लिए तीन गुना अधिक किराया देना पड़ रहा है।
MakeMyTrip के सह-संस्थापक और ग्रुप सीईओ राजेश मागो कहते हैं, “सबसे ज्यादा विमान बुकिंग महाकुम्भ मेला के आरंभ और समापन के समय हुई है। EasyMyTrip के सह-संस्थापक और सीईओ रिकांत पिट्टी कहते हैं, “देश और विदेश से बुकिंग हो रही है। ग्रुप बुकिंग भी हो रही है। केवल 50 या उससे ज्यादा उम्र के नागरिक ही नहीं, बल्कि कम उम्र के लोग भी महाकुम्भ को लेकर उत्साहित हैं।” इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अध्यक्ष राजीव मेहरा कहते हैं, “पिछली बार की तुलना में इस बार विदेशी पुण्यर्थियों की संख्या ज्यादा है। केवल विमान बुकिंग ही नहीं, ट्रेन बुकिंग में भी काफी वृद्धि हुई है। पिछले साल के इस समय की तुलना में इस बार प्रयागराज आने वाली ट्रेनों की बुकिंग 187 प्रतिशत बढ़ी है।”
प्रयागराज में रुकने की जगह भी पुण्यर्थियों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। एक तंबू के लिए प्रति रात 12,500 से 50,000 रुपये का खर्च आ रहा है। लग्जरी तंबू के लिए प्रति रात 1 लाख रुपये तक देना पड़ रहा है। लग्जरी होटलों में एक रात ठहरने के लिए 11,000 से 30,000 रुपये तक का खर्च हो रहा है। कुछ जगहों पर यह 40,000 रुपये भी हो रहा है। IRCTC के महाकुम्भ गांव और UPSTDC के टेंट कॉलोनियों में एक रात ठहरने के लिए सामान्य कमरे से डीलक्स तक 1,500 से 35,000 रुपये तक का खर्च आ रहा है। पिछले साल के इस समय की तुलना में प्रयागराज में होटल बुकिंग 10 गुना बढ़ी है। महाकुम्भ मेला के महत्वपूर्ण दिनों के लिए 85 प्रतिशत से ज्यादा होटल पहले ही बुक हो चुके हैं। महाकुम्भ मेला 26 फरवरी तक चलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि होटलों में जगह नहीं मिलेगी।



