रायबरेली-राजस्व टीम की जांच में मनोज पाण्डेय का कब्जा वैध, सभी दस्तावेज मिले दुरुस्त

रायबरेली-राजस्व टीम की जांच में मनोज पाण्डेय का कब्जा वैध, सभी दस्तावेज मिले दुरुस्त

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    रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊँचाहार विधायक मनोज कुमार पाण्डेय की भूमि खरीद को लेकर लगाए गए आरोपों की पोल जांच में खुल गई है। राजस्व टीम की जांच में विधायक द्वारा की गई जमीन की खरीद पूरी तरह वैध पाई गई है।

टांघन गांव में स्थित विवादित भूमि प्रयागराज-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। यह गाटा संख्या 207 की जमीन है, जिसका कुल क्षेत्रफल 0.3850 हेक्टेयर है। इस खाते में 21 खातेदारों के नाम दर्ज हैं।

विधायक पाण्डेय ने दो बार बैनामा कराया है। पहला बैनामा 22 अगस्त 2024 को 0.1034 हेक्टेयर का और दूसरा 31 अगस्त 2024 को 35×5.66 मीटर (0.198 हेक्टेयर) का किया गया। जांच में पाया गया कि इस जमीन पर विधायक का कब्जा है और इसको लेकर कोई विवाद नहीं है।

शिकायतकर्ता बैजनाथ और अमृतलाल ने 12×7 मीटर (0.0084 हेक्टेयर) जबकि शोभा देवी ने 6×10.5 मीटर (0.0063 हेक्टेयर) का बैनामा कराया है। विधायक ने पहले ही शोभा देवी से 1×10.5 मीटर और अमृतलाल-बैजनाथ से 1×7 मीटर जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर लिया था।

जांच में सामने आया कि विधायक के पास सभी आवश्यक दस्तावेज और अनुमतियां मौजूद हैं। शिकायतकर्ताओं के पास भी इस जमीन का कुछ हिस्सा है, जिसका उन्होंने वैध बैनामा किया है। शोभा देवी पत्नी राजाराम से एवं खातेदार अमृतलाल व बैजनाथ पुत्रगण मैकू से 1×7 मीटर यानि 7 वर्ग मीटर का आपसी सहमति के आधार पर  विधायक से प्रयागराज से लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर चौड़ाई कुल दो मीटर का समझौता स्टाम्प पेपर पर किया गया है। जिसके बाद शिकायतकर्तागण का प्रयागराज से लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर चौड़ाई 14 मीटर शेष बचता है।
इस मामले में मंगलवार को तहसीलदार की अध्यक्षता में राजस्व व पुलिस टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया और शिकायतकर्ताओं से दूरभाष के माध्यम से वार्ता की गई। लेकिन शिकायतकर्ता मौके पर मौजूद नहीं हुए। इससे यह स्पष्ट है कि शिकायतकर्ताओं के पास अपने आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं है।