रायबरेली में कामधेनु पनीर का नमूना जांच में फेल, निकला असुरक्षित

रायबरेली में कामधेनु पनीर का नमूना जांच में फेल, निकला असुरक्षित

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रिपोर्ट-ओम द्विवेदी(बाबा)

मो-8573856824

जिले के गुरु बख्शगंज थाना क्षेत्र के गढ़ी दूलाराय में कामधेनु फ्रेश मिल्क फैक्ट्री से भरा गया पनीर का नमूना लैब जांच में असुरक्षित श्रेणी में फेल आया है। जांच में बेचे जा रहे पनीर में सेहत के लिए जानलेवा स्तर तक खतरनाक बाहरी ऑयल मिला।

लैब रिपोर्ट के बाद एफएसडीए की तरफ से फैक्ट्री के संचालक और मैनेजर को नोटिस जारी कर एसीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

अभिहित अधिकारी डॉ. सीआर प्रजापति ने बताया कि कामधेनु फ्रेश मिल्क के पनीर उत्पाद का नमूना जांच में असुरक्षित श्रेणी में फेल आया है। इस लिए इसकी बिक्री और निर्माण पर भी पाबंदी लगाई जाएगी। बताया कि एफएसओ हरेंद्र सिंह की टीम ने बीते साल 17 दिसंबर को गुरुबख्शगंज के दूलाराय स्थित कामधेनु फ्रेश मिल्क का निरीक्षण कर वहां पर बेचने के लिए बनाए गए पनीर का नमूना संदिग्ध प्रतीत होने पर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा था।

मंगलवार को लैब से मिली रिपोर्ट में पनीर का नमूना जांच में असुरक्षित श्रेणी में फेल आया। इसमें जानलेवा स्तर तक खतरनाक बाहरी ऑयल की मिलावट पाई गई है। इससे यह पनीर खाने योग्य नहीं मिली। रिपोर्ट आने के बाद फैक्ट्री की मालिक व लखनऊ के इंदिरा नगर निवासी सुनीता और फील्ड मैनेजर सुनील दुबे को नोटिस जारी किया गया है। नियमानुसार जांच रिपोर्ट पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक माह का समय दिया गया है। इसके बाद एसीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू होगी।

असुरक्षित खाद्य पदार्थ से पेट को ज्यादा खतरा
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. गौरव त्रिवेदी का कहना है कि मानक के विपरीत सभी खाद्य पदार्थ सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन असुरक्षित खाद्य पदार्थ सबसे खतरनाक होते हैं। इनके सेवन से बचा जाए। असुरक्षित पनीर से सेवन से पेट में अल्सर, गैस सहित अन्य गंभीर व जानलेवा बीमारियां तक हो सकती हैं।