रायबरेली- ' हीरे ' तराश रही है ऊंचाहार की शुभलक्ष्मी कौशल

रायबरेली- ' हीरे ' तराश रही है ऊंचाहार की शुभलक्ष्मी  कौशल

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार , रायबरेली - वैसे से तो ऊंचाहार के मुख्य चौराहा के पास रहने वाली शुभलक्ष्मी कौशल गृहिणी है ,किंतु उन्हें बड़े स्तर पर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का तमगा दिया जा रहा है तो,  इसके पीछे उनका कृतित्व रहा । उन्होंने अपने घर पर न सिर्फ रोजगार को सृजित कर रखा है, अपितु दूसरी महिलाओं और लड़कियों को स्वावलंबी बनाकर कई परिवारों की जीविका की प्रेरणा भी बनी हुई है ।
        अपने घरों को सजाने वाली बड़ी  संख्या में  महिलाएं अब अपने हुनर से दूसरी महिलाओं की सुंदरता में चार चांद लगा रही हैं, उनके इस हुनर को '  हीरा ' की तरह तराशा है शुभलक्ष्मी ने । महिलाएं  स्वावलंबी बनने के साथ घर-परिवार की माली हालत सुधारने में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। घरेलू कामकाज से समय की बचत कर वे अच्छा मुनाफा कमा रहीं हैं। ब्यूटीशियन के रूप में उन्होंने रोजगार की परिभाषा बदल दी है। ब्रांडेड कंपनियां उनके पार्लर पर हावी न हो जाए, इसके लिए वे स्थानीय स्तर पर  ब्यूटीशियन कोर्स का केंद्र चाहती थी । घर और स्वयं को सजाने की आदत को कामकाजी महिलाओं ने अब पैशन बना लिया है। ब्यूटी पार्लर क्षेत्र से जुड़कर वे दूसरी महिलाओं को खूबसूरत बना रही हैं। 
       दरअसल इसकी शुरुआत कई दशक पहले होती है । शुभलक्ष्मी बताती है कि उनके यहां ब्यूटीशियन का पुराना व्यवसाय होता रहा है और उनके घर में ही सौंदर्य ब्यूटी पार्लर नाम से दुकान है ।  जब इसकी मांग गांव स्तर तक बढ़ी तो गरीब परिवार की महिलाओं और लड़कियों ने उनसे संपर्क किया । उसके बाद उन्होंने दूसरी महिलाओं को यह हुनर निःशुल्क सिखाने का काम शुरू किया तो एक बार एक सैकड़ों की संख्या में महिलाएं उनसे जुड़ी , हुनर सीखा और आज वह इस हुनर से  अच्छी आय अर्जित कर परिवार का भरण पोषण कर रही है । शुभलक्ष्मी बताती है कि करीब 500 लड़कियों और महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुकी है ।