रायबरेली-नहरें सूखी,किसान परेशान,आखिर कब होगी मूंग, उड़द, मेंथा, ढैचा फसल की बुवाई,,,,,

रायबरेली-नहरें सूखी,किसान परेशान,आखिर कब होगी मूंग, उड़द, मेंथा, ढैचा फसल की बुवाई,,,,,

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 


ऊंचाहार-रायबरेली- आलू सरसों, गेहूं की फसल कटने के बाद किसान सब्जियों के साथ मेंथा, उड़द मूंग, ढ़ैंचा के फसल की खेतों में बुवाई करते हैं। ऐसे में गंग नहर से निकलने वाले सारे रजबहे सूखे पड़े हैं। नहरों में पानी ना आने की वजह से तालाबों में पानी की भराई भी नहीं हो पा रही है। सूखे पड़े तालाबों के बीच जहां बेजुबान पशु पक्षी पानी की एक बूंद से अपनी हलक तर करने को बेहाल है। तो वहीं जेठ के महीनों में तैयार होने वाली फसलों की बुवाई को लेकर खेतों की सिंचाई के लिए किसान परेशान है।
        गंगनहर से निकलने वाले ऊंचाहार रजबहा से खजुरी, सुदामापुर, हथकुई, अंबारा, पूरे गड़रियन, कमोली, किशुनदास पुर, पुरनशाहपुर, पूरे बेनऊ, रामसांडा, गुलरिहा, सवैया धनी, सवैया हसन, जमालपुर माफी, पूरे मालिन, बहेरवा तथा महिमापुर माइनर से बाहरपुर, पचखरा, पूरे बनियन, पूरे लाला, महिमा पुर, होरैसा आदि ग्राम सभाओं के करीब 15 हजार किसानों की बीस हजार बीघे से अधिक भूमियों की सिंचाई होती है। इसी नहर के भरोसे किसान अपने खेतों में धान, गेहूं, आलू, सरसों, मटर के साथ सब्जियों के फसल की बुवाई करते हैं। हजारों किसानों के खेतों में बोई हुई आलू, सरसों, चना, मटर की फसल कटने के बाद खेत खाली हो चुके हैं। ऐसे में किसान कई महीनों से सूखी पड़ी नहरों को देखकर परेशान हैं। खाली पड़े खेतों में सब्जियों की फसल समेत मेंथा, उड़द, मूंग, ढ़ैंचा आदि फसलों की समय से बुवाई ना हो पाने के कारण उन्हें उपज प्रभावित होने की आशंका सताने लगी है। किसानों के पास खेतों की सिंचाई के लिए नहर के अलावा अन्य कोई संसाधन नहीं है। पचखरा गांव के देव कुमार आदि, संतोष, राजेश, महेंद्र कुमार, महेश, पूरे बेनऊ गांव के संगम लाल मिश्र, अभिशेष मिश्र, कमलेश कुमार, दिलीप यादव आदि का कहना है कि सूखी नहरों के बीच मेंथा, उड़द, मूंग, ढ़ैंचा समेत अन्य फसलों की बुवाई का समय निकलता जा रहा है। नहर में पानी छोड़े जाने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों समेत उपजिलाधिकारी से लगातार मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक नहर में पानी नहीं आया है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता राम बहादुर पांडेय ने बताया कि किसानों की मांग पर जल्द नहर में पानी छोड़ा जाएगा।