रायबरेली-घटनाओं को दावत दे रहे खेतों में लटकते बिजली के ढीले तार

रायबरेली-घटनाओं को दावत दे रहे खेतों में लटकते बिजली के ढीले तार

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रिपोर्ट-सागर तिवारी 

ऊंचाहार-रायबरेली- बिजली विभाग की लापरवाही के चलते खेतों से गुजरी बिजली की हाईटेंशन लाइनों के लटकते तार हल्के हवा के झोंको में भी आग लगी की घटनाओं को दावत दे रहे हैं। नतीजा अन्नदाताओं की उपज आग का निवाला बन जाती है। ग्रामीणों ने जिम्मेदारों समेत जनप्रतिनिधियों से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। लाइन सही करने की मांग करते हुए शुक्रवार को दर्जनों आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विद्युत विभाग के खिलाफ आक्रोश जताया है।
      पूरे बेनऊ मजरे रामसांडा गांव के किसान संगम लाल मिश्र, कमलेश कुमार, श्रीराम यादव, कृष्ण कांत पांडेय आदि का कहना है कि उनके खेतों के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन लाइन गुजरी हुई है। जो तीन दशक से अधिक पुरानी है। इसके लटकते जर्जर तार गर्मी में चलने वाली हल्की हवाओं के बीच आपस में टकराकर चिंगारियां फेंकते हैं। फिर तार कटकर जमीन पर गिर जाते हैं। ऐसे में खेतों की ओर आने जाने वाले किसानों समेत अनजान में खतरा बना रहता है। शिकायत के बाद लाइन स्टाफ आता है और सामान कान की कमी बताकर उसी लाइन की मरम्मत कर चला जाता है। अगले दिन वही लाइन फिर टूट कर जमीन पर गिर जाती है। अभिषेक कुमार, नीलू मिश्र, दिलीप कुमार यादव, राम हर्ष आदि ने बताया कि इन लटकते ढीले तारों के कारण पिछले साल गर्मी में आगजनी की कई घटनाएं घटित हुई थी। इन ढीले तारों की कसावट के साथ जर्जर तारों को बदलने के लिए जनप्रतिनिधियों समेत विद्युत विभाग के स्थानीय अधिकारियों से लेकर जिले के उच्चाधिकारियों तक से लिखित शिकायत की गई। लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला। आक्रोशित किसानों ने शुक्रवार को गांव के पास प्रदर्शन करते हुए विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बाबत विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह ने बताया कि पुरानी पीसीबी पोलों की दूरी अधिक होने के चलते तार लटक गए हैं। नए विद्युत पोल मगाकर तारों के बीच लगवाए जाने हैं। इसके लिए शासन को एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है। जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।