Raibareli-प्राथमिक विद्यालय-गोझवा में खूब चहके नन्हे-मुन्हें बच्चे*

Raibareli-प्राथमिक विद्यालय-गोझवा में खूब चहके नन्हे-मुन्हें बच्चे*

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रिपोर्ट-केशवानंद शुक्ला

रायबरेली-निपुण भारत अभियान के तहत जनपद के सभी प्राथमिक विद्यालयो में ‘चहक’ उत्सव बड़े शानदार ढंग से मनाया जा रहा है।बछरावां विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोझवा में भी आज शनिवार को चहक उत्सव का आयोजन बड़ी खूबसूरती के साथ हुआ।
विद्यालय में कक्षा एक में पढ़ने वाले बच्चों में काफी उल्लास था। उन्होंने विभिन्न गतिविधियों में खुलकर हिस्सा लिया और अपने कौशल का भरपूर प्रदर्शन किया। अभिभावक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए और अपने बच्चों की प्रतिभा देख खुशी के भाव नहीं छुपा पाए।
पहली बार प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की प्रतिभा दिखाने के लिए अभिभावकों को चहक उत्सव में आमंत्रित किया गया था। छात्रा अनामिका की मां उर्मिला ने कहा कि हम जहां काम करने जाते हैं, वहां  के बच्चों को इस तरह की गतिविधियां करते देखा करते थे लेकिन आज प्राथमिक स्कूल में भी कान्वेंट स्कूल की तरह अपने बच्चों में प्रतिभा का विकास होते देख हम खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं।
समग्र शिक्षा अभियान भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत चहक कार्यक्रम शुरू किया है। जिसका मूल उद्देश्य बच्चों को स्कूल भेजना है। इसी अभियान के तहत चहक कार्यक्रम प्राथमिक विद्यालय गोझवा में भी संपन्न हुआ। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत शुरू किए गए मिशन चहक कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवम उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष आशुतोष शुक्ल ने मां शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ की।श्री शुक्ल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जैसा कि आप सभी अवगत है कि परिषदीय विद्यालयों में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कक्षा एक के बच्चों को चहक कार्यक्रम के तहत खेल खेल में पढ़ना सिखाना ,कविताओं गीतों और कहानियों के माध्यम से ज्ञान प्रदान करने का कार्यक्रम चल रहा है।जिसके तहत उनके अभिभावकों के सामने चहक कार्यक्रम के दूसरे चरण में तीन महीनों में बच्चों के द्वारा किए गए कार्यों और बनाई गई रचनाओं को पोर्टफोलियो के माध्यम से आप सभी के साथ साझा किया गया है
बच्चों ने भी  सीखी गई गतिविधियों को कविता ,कहानी के माध्यम से अपनी भाषा मे प्रस्तुतीकरण भी किया।अभिभावक रीतू सिंह ने बच्चों और अभिभावकों को बताया कि विद्यालय रोज जाने से किस प्रकार धीरे-धीरे करके बच्चों का ज्ञान सुदृढ़ होता है । बच्चों में अनुशासन,साफ-सफाई ,नैतिकता से रहने का ज्ञान भी प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि वह स्वयं अभाव और संघर्ष के जीवन में रहकर पढ़ाई गांव के प्राइमरी स्तर के स्कूलों में की है, उन्होंने सभी से यह आश्वासन लिया कि वह अपने बच्चों को हर परिस्थिति में विद्यालय भेजकर पढ़ाई अवश्य कराएं।
विद्यालय में कक्षा 1 में पंजीकृत 10बच्चो के सापेक्ष सभी 10 बच्चो का स्वागत शिक्षिका संगीता गौतम द्वारा तिलक एवम माला पहनाकर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष हनोमान,प्राथमिक विद्यालय ठकुराइन खेड़ा के शिक्षक बजरंग नारायण अभिभावक,शोभावती,उर्मिला,रीमा देवी,बन्दना सिंह,रीता,शोभा देवी,रीतूसिंह,गीता,गोवर्धन,फूलचंद्र,बीरेंद्र,रामबहादुर,अनीता,नन्हकी,रेनू देवी,सागर,शीतला प्रसाद,अगजीवन,आंगनवाड़ी कार्यकर्ती आरती गुप्ता व शिक्षा मित्र पुष्पा मिश्रा आदि उपस्थित रहे।