Raibareli-कलयुग में सत्संग ही मानव के दुखों को दूर करने का एकमात्र उपाय : आत्मानंद सरस्वती जी महाराज*

Raibareli-कलयुग में सत्संग ही मानव के दुखों को दूर करने का एकमात्र उपाय : आत्मानंद सरस्वती जी महाराज*

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रिपोर्ट-सुधीर अग्निहोत्री

*कलयुग में सत्संग सुनने से मन निर्मल व पवित्र हो जाता है*


रायबरेली-लालगंज नगर के बी.एम.पी.एस स्कूल में स्वामी आत्मानंद सरस्वती जी महाराज ने भक्तों को सत्संग का पाठ पढ़ाया और कहा कि कलयुग में सत्संग सुनने से मन के समस्त विकार नष्ट हो जाते हैं!मानव को परमात्मा का ज्ञान हो जाता है!परमात्मा से प्रेम हो जाता है और वह ईश्वर के बनाए हुए सिद्धांतों का अनुसरण करने लगता है,जिससे उसका जीवन भी सफल हो जाता है!कलयुग में सत्संग सुनने से मन निर्मल व पवित्र हो जाता है!मन के बुरे विचार व पापों को दूर


 करने का एकमात्र साधन सत्संग ही है!सत्संग रूपी ज्ञान से मन को शांति व संतोष मिलता है!श्री कृष्ण धाम पीठाधीश्वर भागवत मर्मज्ञ श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी आत्मानंद सरस्वती जी महाराज के सत्संग को सुनने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए!स्वामी जी ने कहा कि जो अच्छा श्रोता होता है वही अच्छा वक्ता भी होता है!दोनों में धैर्य की आवश्यकता होती है,तभी व्यक्ति के अंदर ज्ञान वैराग्य और भक्त विराजित होती है!इस अवसर पर सत्संग


 आयोजक उमाशंकर बाजपेई,रमाशंकर बाजपेई,राकेश सिंह,देवी कुमार गुप्ता,रोहिणी तिवारी,आयुष बाजपेई,सुशील शुक्ला,अशोक शुक्ला,देवेंद्र अवस्थी पंडित झिलमिल जी महाराज,नवल अवस्थी,देवेश अग्निहोत्री,रमेश मिश्रा,शिवसागर निर्मल आदि लोग मौजूद रहे!